Women's Commission ने ट्विटर से Video हटाने को कहा; महिलाओं से बर्बरता के मुख्य आरोपी का चेहरा आया सामने

Mhara Hariyana News, New Delhi
Manipur में महिलाओं से बर्बरता को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। सभी जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। PM नरेंद्र Modi, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ से लेकर तमाम नेताओं ने हैवानियत भरी वारदात की निंदा की है। इस बीच Women's Commission ने ट्विटर इंडिया के पब्लिक पॉलिसी हेड से कहा है कि वह प्लेटफॉर्म पर सर्कुलेट हो रहे बर्बरता के वायरल Videos को हटाएं।
क्या है मामला?
Manipur के इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के एक प्रवक्ता के मुताबिक, यह हैवानियत भरी घटना चार मई को कांगपोकपी जिले में हुई। Video में दिख रहा है कि पुरुष असहाय महिलाओं के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। महिलाएं मदद के लिए मिन्नतें कर रही हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अब तक दो आरोपी Arrest
मामले में अब तक दो लोगों को Arrest किया जा चुका है। Manipur के CM एन. बीरेन सिंह ने कहा कि जैसे ही Video हमारे संज्ञान में आया, हमने आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की। हमने एक मिनट भी जाया नहीं किया है।
घटना में शामिल लोगों को जल्द से जल्द Arrest किया जाएगा। कल एक व्यक्ति को Arrest किया गया था। अभी मुझे जानकारी मिली है कि एक और व्यक्ति को Arrest किया गया है।
आज सुबह एक आरोपी को किया गया था Arrest
इससे पहले पुलिस ने आज सुबह एक आरोपी को Arrest किया था। उसका नाम हुइरेम हेरोदास मैतेई बताया जा रहा है और उसकी उम्र 32 वर्ष बताई गई है। वह पेची अवांग लीकाई का है।
Video में यही शख्स मुख्य अपराधी लग रहा था, जिसने हरे रंग की टी-शर्ट पहनी हुई थी और महिला को पकड़ रखा था। Video वायरल होने के बाद उसकी पहचान की गई और गुरुवार सुबह Arrest कर लिया गया।
राज्यपाल ने किया डीजीपी को फोन
वायरल Video पर Manipur की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी प्रतिक्रया दी। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरे राज्य में इस तरह की घटना हुई है। मैं जानना चाहती हूं कि महिलाओं की शिकायत पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? मैंने आज अपने राज्य के डीजीपी को फोन किया। भविष्य में कभी भी किसी को भी महिलाओं के खिलाफ इस प्रकार के अपराध करने का साहस नहीं करना चाहिए।
पीएम Modi बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
PM नरेंद्र Modi ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना ने 140 करोड़ लोगों को शर्मसार किया है। इस क्रूर घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए PM ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले में कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा।
मई से ही हालात खराब
Manipur में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में तब से अब तक कम से कम 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।