हिंदी में डब फिल्मों के लिए अलग सेंसर बोर्ड जरूरी, मुरलीधरन के नाम पर लगा बायोपिक का बट्टा
Mhara Hariyana News, Mumbai : मुंबई फिल्म '800' क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले क्रिकेटर Muttiah Muralitharan के जीवन पर आधरित बायोपिक है। फिल्म में Muttiah Muralitharan के संघर्ष और दर्द भरी कहानी को दिखाया गया है जो युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक फिल्म साबित हो सकती है। लेकिन, यह फिल्म तकनीकी रूप से बहुत ही कमजोर फिल्म है। इससे पहले क्रिकेट पर आधरित कई फिल्मों का निर्माण हो चुका है। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की जिस फिल्म 'एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' को मीडिया में Superhit movie बताया जाता है, उसके समेत क्रिकेट पर बनी फिल्मों का बड़े परदे पर करिश्मा कम ही चला है।
फिल्म '800' के कहानी की शुरुआत Muttiah Muralitharan के बचपन से होती है और उनके संन्यास लेने की घोषणा पर आकर खत्म होती है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद Muttiah Muralitharan के क्रिकेट की दुनिया में विश्व स्तर पर अपना नाम बनाया।
Muralitharan के जीवन में ऐसे कई मोड़ आए कि लोग उनको गलत ही साबित करते रहे। और, ऐसे में जिंदगी में एक ऐसा मोड़ भी आता है कि जब उन्हें लगने लगता है कि जब सब लोग गलत साबित करने पर जुटे हों तो खुद को सही साबित करने से कोई फायदा नहीं है। Muralitharan की गेंदबाजी पर उनके पूरे करियर पर लगातार सवाल उठे और उन सवालों का जवाब देने के लिए ही बनी है फिल्म ‘800’।
फिल्म ‘800’ की कहानी में श्रीलंकाई सिंहली और तमिल समुदायों की अदावत की पृष्ठभूमि है। Muralitharan तमिल बस्ती में जन्मे लेकिन जब श्रीलंका वर्ल्डकप जीता और Muralitharan उसके हीरो बने तो ये वर्गसंघर्ष भूल पूरे देश ने इस विजय का जश्न मनाया। और यहीं से श्रीलंका में सामुदायिक संघर्ष में जुटे लोगों को नजरिया भी बदलना शुरू हुआ। इस बायोपिक का यही उद्देश्य है।
दरअसल क्रिकेट खिलाड़ियों पर जो भी बायोपिक बनती रही हैं, जब बायोपिक कम और हैजियोग्राफी ज्यादा होती है। यानी कि स्तुतिगाना। सबको अपना दामन साफ करना होता है। धोनी हों या मोहम्मद अजहरुद्दीन सबकी बायोपिक इसीलिए बनी। लेकिन, नतीजा सबका एक जैसा। यहां तक कि भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत पर बनी फिल्म '83' तक देखने लोग सिनेमाघरों में नहीं गए।
Muttiah Muralitharan की बायोपिक '800' की शुरुआत पत्रकार की भूमिका निभा रहे अभिनेता नासर से होती है। वह समाचार पत्र में छपे Muttiah Muralitharan के लेख के आधार पर अपने मित्र को कहानी सुनाते हैं, और उसी आधार पर फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है।
इस फिल्म में इतने सारे घटनाक्रम हैं कि अगर इनको विस्तार दिया जाए तो कम से कम चार फिल्में बन सकती हैं। फिल्म के निर्देशक एक अच्छी और रोचक कहानी को पर्दे पर ठीक से पेश नहीं कर पाए। इस फिल्म में मधुर मित्तल ने Muttiah Muralitharan का किरदार निभाया है, काफी हद तक वह इस किरदार को निभाने में सफल रहे हैं। फिल्म की बाकी कास्टिंग बहुत लचर है।