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kangana ने Javed akhtra के खिलाफ की bailable warrant की मांग, गीतकार पर लगाया गंभीर आरोप

 
kangana ने Javed akhtra के खिलाफ की bailable warrant की मांग, गीतकार पर लगाया गंभीर आरोप

Mhara Hariyana News, Mumbai

Bollywood क्वीन जहां एक तरफ अपनी आने वाली फिल्म 'चंद्रमुखी 2' को लेकर चर्चा में हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके और Javed akhtra के बीच का विवाद दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। दोनों एक-दूसरे पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं और सीधा Court पहुंच जाते हैं।
 अब एक बार फिर kangana रणौत, Javed akhtra के खिलाफ एक अपील लेकर Court पहुंची। दरअसल, Actress ने दावा किया है कि Javed akhtra जानबूझकर Court में पेश नहीं हुए हैं। ऐसे में Actress ने उनके खिलाफ bailable warrant की मांग की है। 

Bollywood Actress kangana रणौत ने आपराधिक धमकी के एक मामले में गीतकार Javed akhtra के खिलाफ bailable warrant की मांग करते हुए मुंबई के अंधेरी मजिस्ट्रेट Court में एक याचिका दायर की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Actress ने कथित तौर पर 'जानबूझकर' Court के सामने पेश होने में विफल रहने और सुनवाई की उपेक्षा करने के लिए वारंट की मांग कर रही हैं।

Javed akhtra को 5 अगस्त को Court में पेश होने के लिए बुलाया गया था। हालांकि, उनके वकील जय भारद्वाज ने उनके परिवार के एक सदस्य की अर्जेंट Medical condition का हवाला देते हुए Court में पेश न हो पाने का अनुरोध किया था।  

kangana रानौत के वकील रिजवान सिद्दीकी ने इसका विरोध किया और Actress के खिलाफ जावेद की सुनवाई के दौरान इसी तरह के एक उदाहरण को पेश किया।  इस तरह गीतकार के खिलाफ bailable warrant का आग्रह किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिजवान ने दावा किया है कि क्योंकि Javed akhtra जानबूझकर Court के सामने पेश नहीं हुए हैं, इसलिए न्याय के हित में वारंट जारी किया जाना चाहिए।

हालांकि, दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद Court ने याचिका पर रोक लगाने का फैसला किया। इसके बदले में Javed akhtra को अपनी अगली सुनवाई के लिए जमानत प्रक्रियाओं का पालन करने का मौका मिलता है। बता दें, Javed akhtra ने Actress kangana रणौत द्वारा दायर एक मामले में एक मजिस्ट्रेट द्वारा उनके खिलाफ जारी किए गए समन के खिलाफ शुक्रवार को मुंबई की एक सेशन Court का दरवाजा खटखटाया था। 
उन्होंने दावा किया कि आदेश जल्दबाजी में और अनुचित तरीके से पारित किया गया जिसके परिणामस्वरूप न्याय का गंभीर अपमान हुआ। इस मामले सुनवाई 8 अगस्त को होनी है।