लुधियाना triple murder का आरोपी Arrest, रिमांड के दौरान किए ऐसे खुलासे पुलिस भी रह गई हैरान

Mhara Hariyana News, Chandigarh
लुधियाना के गांव नूरपुर बेट में पंजाब पुलिस के रिटायर्ड ASI, उसकी पत्नी और बेटे की निर्मम हत्या का मामला सुलझ गया है। आरोपी मिथुन को फिल्लौर पुलिस ने स्पेशल ऑपरेशन के दौरान Arrest किया। आरोपी पर गुरदासपुर के थाना दीनानगर एरिया में 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला के गहने लूटने और हत्या कर शव को गटर में फेंकने का भी आरोप है।
नहीं करता था हथियार का प्रयोग
किसी भी मर्डर में मिथुन ने वेपन या हथियारों का प्रयोग नहीं किया, किसी को गला घोट कर मार दिया और किसी को rod से मारकर। मिथुन ने rod सतलुज दरिया में फेंक दी थी और तस्करी के दौरान पुलिस ने पिस्टल बरामद कर लिया था।
मिथुन ने रिमांड में कबूला कि पहले उसने दीनानगर में बुजुर्ग महिला का कत्ल किया और उसके बाद जालंधर की सब डिवीजन फिल्लौर और गांव संगोवाल में रहती बहनों के घर आ गया। उसने जालंधर, लुधियाना और दीनानगर सहित कई जिलों में गुरुद्वारा, मंदिर और पीरों की जगहों पर चोरियां की। जहां भी उसे किसी ने देखा, उसे मौत के घाट उतार दिया।
शादी के एक साल बाद ही छोड़ गई थी पत्नी
मिथुन के मां बाप दीनानगर के गांव अवाना में रहते हैं, शादी के एक साल बाद पत्नी के छोड़ जाने के बाद वह अकेला रहने लगा था। इसके बाद मिथुन ने तस्करी, लूटपाट, चोरी और मर्डर जैसी वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। कभी पकड़ा ना जाए इसलिए अकेले ही वारदात को अंजाम देता था, फिल्लौर में बहनों के लिए बदला लेने पहुंचा मिथुन महिलाओं से मारपीट के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
21 मई की रात को मिली थी तीन लाशें
लुधियाना के गांव नूरपुर बेट में पंजाब पुलिस के रिटायर्ड ASI, उसकी पत्नी और बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई थी। घटना का पता उस समय चला जब रिश्तेदार के फोन को ASI ने नहीं उठाया तो वह शाम को घर पहुंचा। घर का ताला तोड़ा गया तो भीतर तीनों की लाश पड़ी थी।
कुलदीप सिंह पंजाब पुलिस में ASI की नौकरी से 2019 में रिटायर्ड हुआ था। इसके बाद वह हंबड़ा स्थित गांव नूरपूर बेट में पत्नी और बेटे के साथ रहता था। रविवार को उसके रिश्तेदार कुलजीत सिंह की बेटी ने कुलदीप के घर फोन किया, मगर किसी ने नहीं उठाया। उसने अपने पिता को इसकी जानकारी दी और कहा कि वह कुलदीप के घर जाए।
शाम को कुलजीत उसके घर पहुंचा तो मेन गेट खुला था लेकिन अंदर का गेट बंद था। इसके बाद उसने गांव के सरपंच को मौके पर बुला लिया। इसके बाद गेट तोड़ दिया गया। जब वे घर के भीतर गए तो सभी के होश उड़ गए। बरामदे में कुलदीप सिंह की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। जबकि कमरे में बेड पर पत्नी परमजीत कौर और बेटे गुरविंदर सिंह उर्फ पाली का शव पड़ा था। अलमारियों के दरवाजे खुले थे और पैसे नीचे गिरे थे।