पांच जवानों की शहादत का 24 घंटे में बदला, एक terrorists ढेर
Mhara Hariyana News, Jammu and Kashmir
राजोरी जिले की केसरी हिल में पांच पैरा कमांडो की शहादत का बदला लेने के लिए सेना ने ऑपरेशन त्रिनेत्र चलाते हुए 24 घंटे के भीतर एक terrorists को मार गिराया। एक अन्य terrorists घायल हुआ है। घायल होने के बाद terrorists भागकर किसी प्राकृतिक गुफा में छिप गया है। उसकी तलाशी के लिए व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।
मारे गए terrorists से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया है। सेना की यह कार्रवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के राजोरी दौरे से कुछ घंटे पहले ही की गई है।
आतंकियों से दोबारा शुक्रवार की रात सवा एक बजे मुठभेड़ शुरू हुई थी। रातभर चली मुठभेड़ के बाद शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे सेना ने एक terrorists को ढेर कर दिया।
सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि मारे गए terrorists के कब्जे से एक एके-56 राइफल, एके-56 राइफल की 4 मैगजीन, 56 एके-56 की गोलियां, एक पिस्तौल, एक मैगजीन, तीन हैंड ग्रेनेड और एक गोला बारूद पाउच बरामद किया गया है। मारे गए terrorists की पहचान की जा रही है।
सेना के चार पैरा कमांडो की शहादत के बाद पैरा कमांडो, आरआर बटालियन, पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से केसरी हिल की घेराबंदी कर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
रक्षा मंत्री ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की
उधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजोरी का दौरा कर उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की। उन्होंने राजोरी व पुंछ में बढ़ती terrorists घटनाओं के मद्देनजर खासकर सुरक्षा समीक्षा बैठक कर हिदायतें दीं। उन्होंने ऑपरेशन त्रिनेत्र में लगे जवानों से बातचीत कर उनका हौंसला भी बढ़ाया।
रक्षा मंत्री के साथ उप राज्यपाल मनोज सिन्हा तथा सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी थे। इससे पहले उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मुठभेड़ स्थल का दौरा करने के साथ ही ऑपरेशन त्रिनेत्र की जानकारी हासिल की।
terrorists का पोस्टमार्टम, घायल मेजर का इलाज जारी
मारे गए terrorists का शव बरामद कराने के बाद उसका पोस्टमार्टम काया गया। केसरी हिल में घायल मेजर का इलाज उत्तरी कमान अस्पताल में चल रहा है। हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने ली है। हमले में शामिल आतंकियों की धरपकड़ के लिए केसरी हिल के साथ ही आसपास के इलाकों की घेराबंदी कर व्यापक पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें खोजी कुत्तों के साथ ही हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है।