12 सेकंड में मिर्जापुर वारदात अंजाम, मुंगेर की पिस्टल से लैस बदमाश वाकिफ थे शहर की गलियों-सड़कों से
Mhara Hariyana News, Varansi : मिर्जापुर के बेलतर के समीप Cash Van के Guard की हत्या कर लाखों रुपये की Loot की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश मुंगेर निर्मित .32 बोर की देसी Pistal से लैस थे। देसी Pistal से ही बदमाशों ने ताबड़तोड़ 10-11 round फायरिंग की। मिर्जापुर के पुलिस अफसरों के मुताबिक वारदात में शामिल बदमाश शहर की सड़कों और गलियों से भलीभांति वाकिफ थे।
बाइक सवार दो बदमाशों ने प्रोफेशनल लुटेरों की तरह शातिराना अंदाज में वारदात को अंजाम दिया, जबकि उनके दो अन्य साथी उन्हें कवर कर रहे थे। मिर्जापुर के कटरा कोतवाली क्षेत्र के बेलतर के समीप स्थित एक्सिस Bank के समीप मंगलवार को दिनदहाड़े सरेराह हुई Guard की हत्या, तीन लोगों की हत्या का प्रयास और लाखों Loot की वारदात ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा किया है।
वारदात की तफ्तीश में जुटी पुलिस टीमों का मानना है कि बदमाशों ने Cash Van के एक्सिस Bank आने-जाने के समय और रास्ते की रेकी की। संभव है कि इसके लिए वह शहर में ही कहीं अपना ठिकाना बनाए रहे हों।
बदमाशों ने इस बात की तस्दीक की कि दोपहर के समय Bank के आसपास पुलिस की सतर्कता और सक्रियता किस तरह की रहती है। इसके साथ ही वारदात के बाद खुद के भागने के लिए भी बदमाशों ने सुरक्षित रास्ता तलाश रखा था।
फिर, सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अफसरों ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि बदमाश शहर से पड़री थाना क्षेत्र की ओर भागे। वहां बदमाशों ने झिंगुरा रेलवे स्टेशन के समीप हवाई पट्टी की जमीन में झाड़ियों में कैश बॉक्स को फेंक दिया। वहीं, बदमाशों ने अपने कपड़े बदले और उसके बाद चुनार होते हुए अन्यत्र निकल गए।
तय करके आए थे कि हर हाल में वारदात को अंजाम देना है
वाराणसी। सीसी कैमरों की फुटेज में जगह-जगह कैद बाइक सवार चार बदमाशों की करतूत देखने के बाद पुलिस अफसरों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि वह तय करके आए थे कि वारदात को हर हाल में अंजाम देना ही है।
बदमाशों के तगड़े आपराधिक इतिहास वाले होने की आशंका जताई गई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि इस बात में भी कोई शक नहीं है कि बदमाश बिहार से आकर अपने स्थानीय संपर्क की मदद से चोरी की बाइक से वारदात को अंजाम दिए हों। इसके बाद चुनार से चंदौली होते हुए वापस बिहार भाग गए हों।
ट्रेंड नहीं होते हैं Guard, प्राइवेट कंपनियां भी नहीं देती ध्यान
पुलिस अफसरों ने कहा कि Bank से Bank, कंपनियों से Bank, Bank से कंपनियों और Bank से एटीएम तक मोटी रकम पहुंचाने का काम करने वाली प्राइवेट कंपनियों के Guard प्रशिक्षित नहीं होते हैं। इस ओर कंपनियां भी गंभीरता से ध्यान नहीं देती हैं। वह सिर्फ इतना ही ध्यान देती हैं कि जो व्यक्ति Guard के तौर पर नियुक्त है वह लाइसेंसी असलहे से लैस है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि वैन से कैश उतारते समय और उसमें रखने के दौरान Guard को थोड़ी दूरी पर अपना असलहा लेकर अलर्ट पोजीशन में खड़ा रहना चाहिए। ताकि, अनहोनी की आशंका भी हो तो Guard Cash Van के कर्मचारियों के साथ ही पैसे की भी सुरक्षा अपने असलहे के दम पर कर सके। वैन में पैसा रखते समय और उससे निकालने के दौरान Guard को कभी भी उसके करीब नहीं खड़ा रहना चाहिए।
मिर्जापुर की घटना में भी Guard से यही लापरवाही हुई। वह कर्मचारियों के साथ Cash Van के समीप ही खड़ा था। Guard को संभलने का मौका तक नहीं मिला और बदमाशों ने उस पर फायरिंग कर दी। इसके अलावा रकम तगड़ी हो तो उसके लेन-देन के समय और रास्ते से आते-जाते समय स्थानीय थाने की पुलिस को भी सूचना जरूर देनी चाहिए। जो कि सामान्य तौर पर कैश के लेन-देन का काम करने वाली प्राइवेट कंपनियां नहीं करती हैं।
बदमाशों की धरपकड़ में जुटी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट
Cash Van के Guard को गोली मार कर लाखों की Loot की घटना को वाराणसी जोन के नौ जिलों में दो वर्ष बाद अंजाम दिया गया है। इसे देखते हुए खुलासे के लिए एडीजी जोन राम कुमार के निर्देश पर जोन और खासतौर से विंध्याचल रेंज के तेजतर्रार दरोगा-इंस्पेक्टर की टीम लगाई गई है। इसके अलावा पूरे घटनाक्रम पर एसटीएफ की वाराणसी यूनिट की भी नजर है। एसटीएफ अपने स्तर से बदमाशों की सुरागकशी और उनकी धरपकड़ के प्रयास में जुटी हुई है।