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सैनिक ने अपने ही साथी को ठगा, भाई और रिश्तेदार की नौकरी लगवाने के नाम पर वसूले 30 लाख

 
सैनिक ने अपने ही साथी को ठगा, भाई और रिश्तेदार की नौकरी लगवाने के नाम पर वसूले 30 लाख
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Mhara Hariyana News, Charkhi Dadri (Hariyana)
दो युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर 30 लाख रुपये ठगने के एक आरोपी को दादरी आर्थिक अपराध शाखा टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पंजाब के डेराबसी तहसील के गांव जडोदा निवासी Nirmal Singh के रूप में हुई है। 
अहम बात ये है कि आरोपी Army का जवान है। Police ने उसे पांच दिन के Remand पर लिया और इस दौरान उससे 1.30 लाख रुपये मिले हैं। Remand अवधि पूरी होने के बाद उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

RajKapoor ने 13 मार्च को एसपी कार्यालय में शिकायत दी थी
DSP अशोक कुमार ने बताया कि फतेहगढ़ निवासी RajKapoor ने गत 13 मार्च को एसपी कार्यालय में एक शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि वो Army का जवान है। उसकी तैनाती पंजाब में थी और वहां उसकी मुलाकात साथी जवान Nirmal Singh से हुई। Nirmal ने उससे कहा कि अगर कोई रिश्तेदार नौकरी लगवाना हो तो वो ये काम करवा सकता है।

RajKapoor ने बताया कि दो साल बाद Nirmal और उसका दोस्त रविकांत उससे मिलने फतेहगढ़ गांव आए। वहां उन्होंने RajKapoor से भांजे को हरियाणा Police में और RajKapoor के जीजा के छोटे भाई को एचएससी में क्लर्क लगवाने की बात कही। 

RajKapoor ने बताया कि इसके बाद उसने डेढ़ लाख रुपये का चेक और साढ़े सात लाख रुपये नकद दे दिए। कुछ दिन बाद क्लर्क और हरियाणा Police का टेस्ट हुआ तो Nirmal Singh का फोन आया कि पूरी रकम देने के बाद ही काम होगा। इसके चलते RajKapoor ने उसे सात लाख रुपये के दो चेक और साढ़े 12 लाख रुपये नकद दे दिए। इसके बाद भी उसके भांजे और जीजा की नौकरी नहीं लगी।

रुपये वापस मांगने पर दिए चेक
RajKapoor ने बताया कि काम न बनने पर उसने रुपये वापस मांगे तो Nirmal ने नौ लाख का और रविकांत ने उसे 21 लाख रुपये का चेक दे दिया। जब उसने ये चेक भुगतान के लिए लगाए तो बैंक ने रिपोर्ट तैयार करके वापस भेज दी।

आरोपी बोला: पांच लाख रुपये दे चुका वापस
आरोपी को Police ने पांच दिन के Remand पर लिया था। Remand अवधि के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने और रविकांत ने भर्ती के नाम पर 35 लाख रुपये लिए थे। इसमें पांच लाख रुपये RajKapoor को लौटा चुका हूं। इसके अलावा उन्होंने 9 और 21 लाख के जो चेक दिए थे, उन पर फर्जी हस्ताक्षर किए थे और बाद में उनकी गुमशुदगी लिखा दी थी।