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Police वालों को घेरकर बदमाशों ने पत्थर बरसाए, Constable का सिर फटा, CI के आंख-कान में चोट; हाथ से Pistal छीनी

 
Police वालों को घेरकर बदमाशों ने पत्थर बरसाए, Constable का सिर फटा, CI के आंख-कान में चोट; हाथ से Pistal छीनी

Mhara Hariyana News, Udaypur
उदयपुर में हिस्ट्रीशीटर रणिया बुंबरिया (70) को पकड़ने गए 7 Police वालों पर बदमाशों ने ऐसा जानलेवा हमला किया कि मांडवा SHO बुरी तरह घायल हो गए। उनके आंख और कान पर गंभीर चोट लगी। 
Constable मुरलीधर के सिर में कुल 7 टांके लगे। घायल Policeवालों ने बताया. बदमाशों ने पुरानी गोफण तकनीक से तेज रफ्तार में पत्थर बरसाए।

दरअसल, गोफण रस्सी से इस्तेमाल होने वाला हथियार है। इसके बीच के हिस्से पत्थर को रखा जाता है। फिर रस्सी को जोर से घुमाते हुए वार किया जाता है। इससे निकलने वाले पत्थर की रफ्तार इतनी तेज होती है किसी की भी जान जा सकती है।

घटना कोटड़ा इलाके के मांडवा थाना क्षेत्र के कूकावास गांव में 27 अप्रैल की शाम को हुई। मांडवा थाना के सभी सात Policeकर्मी घायल हालत में राजकीय एमबी (महाराणा भूपाल) हॉस्पिटल में भर्ती हैं। इनमें से CI और एक Constable ICU में भर्ती हैं।

Police पर हमले की आपबीती...
ICU में भर्ती Constable मुरलीधर ने बताया- 27 अप्रैल को शाम करीब 7ः30 बजे का वक्त था। हम हिस्ट्रशीटर के घर के पास पहुंचे ही थे। गाड़ी से उतरे तो अचानक करीब 35 लोगों ने हमें घेरना शुरू कर दिया। ऐसा लगा कि वे पहले से घात लगाए बैठे थे। 
हिस्ट्रीशीटर रणिया, उसका पुत्र खातरू सहित उसके गुर्गों ने गोफण तकनीक से पत्थर बरसाना शुरू कर दिए। कुछ लोग डंडे और चाकू सहित अन्य हथियार से वार करने लगे। हमने हवाई फायर शुरू किए तो हमलावरों ने एएसआई सूरजमल मीणा से 9 एमएम पिस्टल व एक अन्य जवान के हाथों से बंदूक छीन ली।

मुरलीधर ने बताया- मेरे सिर के पीछे के हिस्से में पत्थर लगा तो मैं बेहोश होकर गिर गया। करीब 10 मिनट बाद जैसे होश आया तो देखा अफरा-तफरी मची थी। मैं तुरंत गाड़ी की तरफ भागा। 
हमारी गाड़ी कुछ दूरी पर खड़ी कर ली थी। इससे बाकी Constable भी अपनी जान बचाते हुए गाड़ी की तरफ भागे। ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट कर रखी थी, फिर अचानक पता लगा कि सब आ गए, लेकिन SHO साहब रह गए हैं। उन्हें भी बदमाशों के चंगुल से जैसे-तैसे बचाते गाड़ी तक लाए। फिर तुरंत वहां से रवाना हो गए।

पहले भी दो-तीन बार दबिश दे चुके
जानकारी के अनुसार मांडव थाना Police इससे पहले भी हिस्ट्रीशीटर रणिया और उसके बेटे खातरू को पकड़ने के लिए उसके घर दो से तीन बार दबिश दे चुकी है। तब दोनों बाप-बेटे घर नहीं मिले थे। इस बार घर मिले तो उन्होंने Police पर हमला कर दिया।

घायल SHO बोले-अपराधी को पकड़कर रहेंगे
अपराधियों के हमले में मांडवा SHO भले ही गंभीर रूप से घायल होकर हॉस्पिटल के ICU में भर्ती है, लेकिन उनका जज्बा कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा- फरार अपराधियों को पकड़कर ही दम लेंगे।

अपराधियों को पकड़ने के लिए Police दे रही दबिश
मांडवा थाना क्षेत्र के कूकावास गांव में घटना हुई है। कूकावास से करीब 8 किमी दूरी पर गुजरात बॉर्डर है। जहां से जंगल एरिया है। इन अपराधियों के गुजरात भागने की आशंका के चलते उदयपुर Police ने एक टीम गुजरात के लिए रवाना कर दी है। वहीं, मांडवा में भी आसपास थाने के Police अधिकारी सहित भारी Police बल तैनात है जो रात-दिन दबिश दे रहा है।

70 साल के हार्डकोर अपराधी पर लूट, हत्या, डकैती के 54 मामले हैं दर्ज
रणिय मांडवा कोटड़ा थाने का हार्डकोर अपराधी है। इसके खिलाफ लूट, हत्या, डकैती, मारपीट, चोरी के करीब 54 मामले दर्ज हैं। रणिया के अलावा गैंग में इसके दो बेटे खातरू व जाला भी शामिल है। 
यह गैंग सबसे पहले साल 2000 में चर्चा में आई। उस दौरान तत्कालीन थानाधिकारी तगाराम की रणिया और गुलिया ने वर्दी, सर्विस रिवाल्वर छीन ली थी। उनके साथ मारपीट की थी। वर्ष 2017 में भी इस गैंग ने स्पेशल Police और मांडवा Police पर फायरिंग की थी।