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टैबलेट लौटाने पर ही 10वीं व 12वीं पास विद्यार्थियों को जारी किया जाएगा कैरेक्टर सर्टिफिकेट ​​​​​​​

25 मार्च को 10वीं और 28 मार्च को समाप्त हो रही 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं, गलती से परिणाम जारी भी हो गया तो नहीं मिलेगी डीएमसी

 
टैबलेट लौटाने पर ही 10वीं व 12वीं पास विद्यार्थियों को जारी किया जाएगा कैरेक्टर सर्टिफिकेट
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Mhara Hariyana News

सिरसा। 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षाएं समाप्त होने के पांच दिन के अंदर टैबलेट स्कूल में जमा कराने होंगे। ऐसा नहीं करने पर स्कूल मुखिया विद्यार्थियों को चरित्र प्रमाण पत्र जारी नहीं करेंगे। परिणाम परिणाम भी जारी नहीं होगा और अगर गलती से परिणाम जारी हो भी जाता है तो विद्यार्थियों को एसएलसी, डीएमसी या चरित्र प्रमाण-पत्र नहीं मिलेगा। टैबलेट जमा करने के लिए शिक्षा निदेशालय ने 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए समय सीमा निर्धारित कर दी है। हरियाणा बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं 25 मार्च और 12वीं की परीक्षाएं 28 मार्च को संपन्न होंगी। 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 30 मार्च को 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को तीन अप्रैल तक टैबलेट जमा करवाने होंगे। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को टैबलेट जमा नहीं करवाने वाले विद्यार्थियों की सूची तैयार करके भेजने के निर्देश दिए हैं। यह आदेश केवल स्कूल छोड़ने वाले विद्यार्थियों के लिए जारी किए गए हैं। स्कूल मुखिया व संबंधित कक्षा प्रभारी फोन के माध्यम से विद्यार्थियों को टैबलेट जमा करवाने के लिए कहेंगे। ई-अधिगम के अंतर्गत शिक्षा निदेशालय ने 10वीं, 11वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टैबलेट, सिम, चार्जर व कवर दिया था। निदेशालय ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही विद्यार्थियों को टैबलेट जमा कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन विद्यार्थियों के विरोध को देखते हुए निदेशालय ने परीक्षा होने तक टैबलेट वापस नहीं लेने का निर्णय लिया था। अब 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही हैं।

3 चरणों में पूरा होगा कार्यक्रम

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वहीं, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में आगामी शिक्षा सत्र से नौंवी से बारहवीं कक्षा तक पाठ्यक्रम, प्रश्नपत्र डिजाइन, सैंपल पत्र और विस्तृत मूल्यांकन को लेकर सुधारीकरण के लिए प्रभावशाली कदम उठाए जा रहे हैं। इसी को लेकर शिक्षा बोर्ड मुख्यालय पर बोर्ड से जुड़े 45 विषय विशेषज्ञों के कार्यों की मुख्य संसाधन व्यक्तियों द्वारा समीक्षा की गई। बोर्ड की ओर से लागू किए जा रहे सुधारीकरण कार्यक्रम तीन चरण में पूरा होगा। दूसरे चरण में 21 मार्च और तीसरे चरण की समीक्षा 24 मार्च को होगी। समीक्षा बैठक की अध्यक्षता हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ वीपी यादव ने की।  बोर्ड अध्यक्ष डॉ. वीपी यादव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कक्षा 9वीं से 12वीं की पाठ्यचर्या में गुणात्मक सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने बारे विषय विशेषज्ञों से विचार साझा किए हैं।

सुधारात्मक कदम उठाने वाला देश का पहला बोर्ड होगा

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उन्होंने कहा कि शिक्षा बोर्ड पूर्व में अपनाए जा रहे पाठ्यक्रम में सकारात्मक सुधार कर रहा है ताकि बच्चे भविष्य में गुणात्मक शिक्षा पा सकें। इसके अतिरिक्त उन द्वारा आज की कक्षा कक्ष में अध्यापन प्रक्रिया को अध्यापक के माध्यम से ओर अधिक सरल एवं तर्कशील बनाने की दिशा में अहम कदम उठाने पर जोर देने को कहा गया है। इससे विद्यार्थियों में पठन-पाठन की क्रिया को समझ कर आगे बढ़ने में सकारात्मक सहयोग मिल सके। कार्यक्रम में अंकन योजना को चरणबद्ध तैयार करके बोर्ड की अगली परीक्षाओं में अनिवार्य रूप से लागू करने पर भी जोर दिया गया। बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जगबीर सिंह ने उम्मीद जताई गई कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप सुधारात्मक कदम उठाने वाला हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड देश का पहला बोर्ड होगा। बोर्ड सचिव का कहना है कि अध्यापन के साथ-साथ विद्यार्थियों का मूल्यांकन सही प्रकार से करने पर ही बेहतर परिणाम मिलने की संभावना है।

इन्हें नहीं जमा कराना होगा

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10वीं कक्षा के जो विद्यार्थी उसी स्कूल में दाखिला लेते हैं तो उन्हें टैबलेट जमा करवाने की जरूरत नहीं होगी। 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टैबलेट व सिम जमा करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।