एनईपी को पूरी तरह से लागू करने की हम सभी की सामूहिक जिम्मेवारी
सिरसा 25 जुलाई 2023। अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्चतर शिक्षा हरियाणा आनंद मोहन शरण, आईएएस ने कहा कि एनईपी को पूरी तरह से लागू करने की हम सभी की सामूहिक जिम्मेवारी है। जब उच्च शिक्षा प्रणाली बडे़ बदलाव की ओर बढ़ रही है तो हमारी भी उसमें महत्वपूर्ण भागीदारी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति हर संस्थान, यूनिवर्सिटी, शिक्षक, विद्यार्थी को सृजनात्कता, नवाचार को प्रदर्शित करने का सुअवसर प्रदान करती है। वे मंगलवार को चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सभागार में यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर आउटरीच प्रोग्राम एंड एक्सटेंशन, इंटरनल क्वालिटी एश्योरन्स सेल, डीन एकेडमिक अफेयरस, डीन ऑफ कॉलेजिज के संयुक्त तत्वाधान में सम्बन्धित कॉलेजों/संस्थानों के यूजी प्रोग्राम्स में एनईपी के क्रियान्वयन हेतु आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक द्वारा मुख्यातिथि को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।
प्रोसेस एंड चैलेंजिस इन इंप्लीमेंटिंग एनईपी-2020 विषय पर आयोजित कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य सचिव, उच्चतर शिक्षा हरियाणा आनंद मोहन शरण ने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सम्बन्धित कॉलेजों व संस्थानों के यूजी/इंटिग्रेटिड प्रोग्राम्स में एनईपी-2020 के क्रियान्वयन शीघ्र किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लांच किया गया था जिसका लक्ष्य 2030 तक एनईपी को पूरे देश में लागू करना है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2025 तक शिक्षा नीति को पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि एनईपी दस्तावेज को पढ़ने की जरूरत है। उन्होंने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि कॉलेज एनईपी को लागू करने के लिए कुछ न कुछ स्मार्ट तरीका विकसित करें, अपने यहां स्मार्ट क्लास रूम बनाएं। यदि फैकल्टी की कमी है तो कुछ समय के लिए प्री रिकार्डिड लेक्चर द्वारा यह कमी पूरी कर सकते हैं।
सीडीएलयू के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विजन के अनुसार और सीडीएलयू कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय के मार्गदर्शन में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडीज में शैक्षणिक सत्र 2021-2022 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को क्रियान्वित करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारत को शिक्षा के क्षेत्र में महाशक्ति बनने, शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने, शिक्षा के साथ कौशल विकास करने की भावना निहित है। कार्यशाला के प्रतिभागियों ने मुख्य अतिथि से एनईपी से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण सवाल पूछे। कार्यशाला को सफल बनाने में शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रोफेसर सुरेश कुमार गहलावत, प्रोफेसर आरती गौड़, प्रोफेसर सुरिंदर सिंह, प्रोफेसर कपिल चौधरी सहित टेक्निकल स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।