logo

जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में कम्युनिटी आउटरीच प्रोग्राम के तहत चलाया गया जन सेवा अभियान

जन सेवा करने के लिए किसी विशेष योग्यता,पद की नहीं बल्कि इच्छा व उत्साह की जरूरत  : डॉ. ढींडसा
 
ं
जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों और स्टॉफ ने मिलकर चलाया जन सेवा अभियान*

सिरसा,1 फरवरी 2024; जेसीडी मेमोरियल कॉलेज सिरसा में विद्यार्थियों के अंदर परोपकार व सहयोग की भावना जागृत करने के लिए कॉलेज के कम्युनिटी आउटरीच और सोशल वेलफेयर सेल, एनसीसी,एनएसएस, वाई आरसी और धाकड़ टीम की तरफ से जरूरतमंदों और अभावग्रस्त वर्ग के लिए एक मानवीय पहल करते हुए विशेष सहयोग अभियान चलाया गया जिसके तहत कॉलेज के विद्यार्थियों और स्टाफ ने मिलकर जरूरत का सामान, कपड़े,स्टेश्नरी और अन्य खाद्य वस्तुएं जरूरतमंदों को वितरित की गईं।

यह अभियान कॉलेज प्राचार्या डॉ शिखा गोयल के नेतृत्व में सभी स्टाफ सदस्यों एवं विद्यार्थियों द्वारा मिलकर चलाया गया। इस अभियान में डॉ. अमरीक गिल, श्रीमती कविता अग्रवाल,डॉ. राकेश कुमार, श्री मलकीत सिंह व श्रीमती इकवंत कौर भी शामिल थीं। वितरण के लिए स्वयं सेवकों और स्टॉफ सदस्यों को जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा की ओर से प्रेरणादायी शब्द कहकर रवाना किया गया। 

 

जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि समाज सेवा एक नैतिक कर्तव्य है जिससे हम न केवल दूसरों का जीवन सुधार सकते हैं बल्कि अपना भी जीवन सार्थक बना सकते हैं।जन सेवा से सहानुभूति, दया, समर्पण, निष्कामता और समानता की भावना विकसित होती है जो हमें बेहतर इंसान बनाती है इसके अलावा इससे हमें समाज में मौजूद चुनौतियों, जरूरतों का एहसास होता है।डॉ. ढींडसा ने कहा कि जन सेवा करने के लिए हमें किसी विशेष योग्यता, पद, पैसा की जरूरत नहीं है। इसके लिए बस मन में समाज सेवा की इच्छा और उत्साह होना चाहिए। हम अपने घर, गली, मोहल्ले, स्कूल, कॉलेज, कार्यस्थल या अन्य स्थानों पर समाज सेवा के अनेक अवसर पा सकते हैं। हम अपने आस-पास के लोगों की भी मदद कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के इस कार्य की प्रशंसा की और उन्हें हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन भी दिया।

 

प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि समय-समय पर एसे अभियान हम इसलिए चलाते हैं ताकि विद्यार्थियों के मन में अभी से  सेवा का भाव जागृत हो और वह आगे जाकर भी इसी तरह समाज सेवा के कार्य में अपना योगदान देते रहें। इसी के चलते विद्यार्थियों को इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि वो अपनी पॉकेट मनी से कुछ हिस्सा बचाकर किसी का सहयोग करें। विद्यार्थियों की प्रेरणा के लिए स्टॉफ सदस्यों ने भी अपना-अपना सहयोग दिया और अभियान की शुरुआत की।डॉ. शिखा ने बताया कि विद्यार्थियों ने भी खुशी-खुशी इसमें हिस्सा लिया और हर तरह से सहयोग देते हुए इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाया। उन्होने कहा कि कुछ वस्तुएं सुलभ करवा देने से किसी का दुख पूर्ण तौर पर तो खत्म नहीं होता लेकिन ऐसे प्रयासों से सहयोग की भावना का जरूर बीजारोपण होता जो आगे चलकर समाज को फल जरूर देता है।

 

इस अभियान में शामिल विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि किसी की मदद करना एक सुखद एहसास होता है और वह आगे भी इस प्रयास को जारी रखना चाहते हैं, इस अभियान में सभी एनसीसी, एनएसएस स्वयं सेवक भी शामिल रहे और शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर लोगों का सहयोग किया।