राजस्थान के उदयपुर में चक्रवात 'बिपरजॉय' का दिखा असर; भुज के कई इलाकों में उखड़े पेड़

Mhara Hariyana News, Gujarat
अरब सागर में 10 दिनों तक छाए रहने के बाद चक्रवात ‘बिपरजॉय’ ने गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह से टकरा गया। चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र तटों के आसपास तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। पल-पल की अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए अमर उजाला डॉट कॉम के साथ...
राजस्थान के उदयपुर चक्रवात 'बिपरजॉय' प्रभाव
राजस्थान के उदयपुर में चक्रवात 'बिपरजॉय' प्रभाव देखने को मिल रहा है। तेज हवा और बारिश के कारण दूसरी मंजिल से कांच गिरा जिससे एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
पाकिस्तान में नहीं हुआ ज्यादा नुकसान
चक्रवात बिपारजॉय के प्रकोप से पाकिस्तान काफी हद तक बच गया। सिंध प्रांत के अधिकारियों को तटीय क्षेत्रों में लगाए गए आपातकालीन उपायों को हटाने के लिए प्रेरित किया। जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि शुक्र है, हम चक्रवात के विनाश से सुरक्षित हैं। लेकिन लोगों को सुजावल वापस भेजने में हमें कुछ समय लग सकता है।
गिर वन और कच्छ जिले में 200 से ज्यादा टीमों की हुई थी तैनाती
गुजरात सरकार ने चक्रवात बिपरजॉय के दस्तक देने के दौरान एशियाई शेरों और अन्य वन्यजीवों से संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए गिर वन और कच्छ जिले में 200 से अधिक टीमों को तैनात किया था। एक अधिकारूी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक टीम ने गुरुवार शाम चक्रवात के दस्तक देने के दौरान गिर पूर्व संभाग के जसाधार रेंज में एक खुले कुएं में गिरे शेर के दो शावकों को बचाया।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य वन विभाग द्वारा गठित 210 टीमों में से 184 को गिर वन और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया था, जिसमें जूनागढ़ वन्यजीव और क्षेत्रीय सर्कल के नौ डिवीजन शामिल थे।
बिपरजॉय के कल गुजरात तट पर दस्तक देने के बाद से भुज के कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए और जलभराव हो गया।
उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय'
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है... और यह अब गुजरात के कच्छ जिले में धोलावीरा के पास है। चक्रवात की तीव्रता थोड़ी कम हो गई है, अब यह 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाला चक्रवात तूफान है।
गुजरात के तटीय इलाकों में भारी बारिश के बाद जखाऊ इलाके के कुछ हिस्से जलमग्न हो गए हैं।
बीती रात बहुत चुनौतीपूर्ण थी: हर्ष संघवी
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि बीती रात बहुत चुनौतीपूर्ण थी। आज फिर टीम गुजरात उसी साहस के साथ ग्राउंड जीरो पर काम कर रही है। सरकार के प्रो एक्टिव काम के कारण आज सुबह 8 बजे तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
कुछ लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। तेज हवाओं के कारण कई जगह पर बिजली के खंभे और पेड़ गिरे जिसे पुलिस, NDRF, SDRF की टीम ने साथ मिलकर तुरंत हटाया।
राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही
एनडीआरएफ के DG अतुल करवाल ने बताया कि लैंडफॉल से पहले 2 लोगों की मृत्यु हुई थी। लैंडफॉल के बाद कोई जनहानि नहीं हुई। 24 जानवरों की मृत्यु हुई है और 23 लोग घायल हुए हैं। करीब हजार गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। 800 पेड़ गिरे हैं। राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही है।