अंतरिक्ष में यात्रियों को भेजने की कवायद तेज, जल्द शुरू होगा पहला मानवरहित उड़ान परीक्षण

Mhara Hariyana News, New Delhi : भारत की चांद पर सफल Landing के बाद अब Space में यात्रियों को भेजने की तैयारी शुरू हो चुकी है। भारतीय Space अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बताया कि गगनयान मिशन के लिए मानवरहित उड़ान परीक्षण जल्द शुरू करने वाला है।
अगले वर्ष होगा लॉन्च
बता दें, करीब 900 करोड़ रुपये की लागत का यह अभियान अगले वर्ष लॉन्च होगा। इससे पहले इसके लिए तीन वाहन परीक्षण किए जाने हैं। इनमें पहला वाहन परीक्षण मिशन टीवी-डी1, दूसरा टीवी-डी2 मिशन और तीसरा परीक्षण एलवीएम3-जी1 होगा। यह मानव रहित मिशन होगा।
क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम
ISRO ने बताया कि जल्द गगनयान के परीक्षण वाहन को लॉन्च किया जाएगा ताकि क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण किया जा सके। इसके लिए फ्लाइट टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन-1 (टीवी-डी1) की तैयारी चल रही है। गौरतलब है, रोबोट और ह्यूमनोइड (मानव जैसा रोबोट) को Space में भेजकर क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। गगनायान के तीसरे वाहन परीक्षण एलवीएम3-जी1 के तहत जिस ह्यूमनोइड को भेजा जाएगा, उसके जरिये क्रू के सामने आने वाली तमाम चुनौतियों की जानकारी जुटाई जाएगी।
सितंबर में परियोजना निदेशक आर हटन ने बताया था कि ISRO चार Space यात्रियों को इस अभियान के लिए प्रशिक्षण दे रहा है। यह भारत का पहला मानव Space अभियान होगा। इस अभियान के तहत तीन Space यात्रियों को 400 किमी की कक्षा में पहुंचाकर वापस सुरक्षित धरती पर लाया जाएगा। हटन ने बताया था कि अगले माह गगनयान के परीक्षण वाहन को लॉन्च किया जाएगा ताकि, क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण किया जा सके।
कब होता है प्रणाली का उपयोग
इस प्रणाली का उपयोग आपात स्थिति में Space यात्रियों को बाहर निकालने के लिए किया जा सकता है। हटन ने बताया था कि गगनयान फिलहाल अंतिम चरण के परीक्षणों से गुजर रहा है। हटन ने कहा था कि Space यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरी है। लिहाजा, परीक्षणों के जरिये हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि क्रू को कोई नुकसान नहीं हो।