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शिविर में 33 लोगों ने किया स्वेच्छा से रक्तदान

 
शिविर में 33 लोगों ने किया स्वेच्छा से रक्तदान

सिरसा। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। हमारे द्वारा दी गई रक्त की एक बूंद किसी अमूल्य जिंदगी को बचा सकती है। उक्त बातें डा. केके गोयल ने शिव शक्ति ब्लड बैंक में थैलेसीमिया सोसायटी की ओर से मनीषा सचदेवा के जन्मदिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर में उपस्थित रक्तदाताओं से कही।

33 people donated blood voluntarily in the camp

उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया पीडि़त बच्चों व सडक़ हादसों में घायल लोगों को रक्त की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि रक्त को न तो किसी फैक्ट्री में पैदा किया जा सकता है और न ही इसका कोई विकल्प है। डा. गोयल ने कहा कि रक्त का दान ही इसका एकमात्र विकल्प है।  उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को साल में कम से कम दो बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए। शिविर में डा. आरपी मोंगा, निखिल धींगड़ा, मनिंदर सिंह, गुरमीत सिंह, सीमा देवी, सरोज देवी सहित 33 लोगों ने स्वैच्छा से रक्तदान किया। राजेंद्र भाटिया ने शिविर में 39वीं बार रक्तदान किया। थैलेसीमिया सोसायटी के अध्यक्ष डा. प्रवीन अरोड़ा ने मनीषा सचदेवा को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की सोच हर व्यक्ति की हो तो रक्त के अभाव में कोई जिंदगी दम नहीं तोड़ेगी। उन्होंने राजेंद्र भाटिया के 39वीं बार रक्तदान करने पर उन्हें प्रोत्साहित किया। इस मौके पर शिव शक्ति ब्लड बंैक से अनिल जैन व समस्त स्टाफ उपस्थित था।