लिपिकीय वर्ग के धरने का 36वां दिन: उपमुख्यमंत्री के बयान पर लिपिकीय वर्ग ने जताया भारी रोष
कहा, डिप्टी सीएम खुद ऐसे पद पर बैठे है , जिसका संविधान में कोई जिक्र तक नहीं

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। जिला लघु सचिवालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे लिपिकीय वर्ग ने क्लेरिकल एसोसिएशन वेल्फेयर सोसायटी संबंधित भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले 36वें दिन धरना जारी रखा। क्रमिक भूख हड़ताल पर बुधवार को 6 लिपिक शिक्षा विभाग से राकेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, बादल सिंह, विनित कुमार, विनोद कुमार व खाद्य आपूर्ति विभाग से योगेश कुमार शामिल रहे। धरने के 36वें दिन कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम के उस बयान पर भारी रोष जताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि रजिस्ट्री क्लर्क का काम मात्र ओके बटन दबाने का था और एचकेआरएन के माध्यम से क्लर्क की भर्ती की जाएगी। लिपिकों ने उनके बयान की भत्र्सना करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री ने यदि यही कहा कि लिपिक का काम ओके बटन दबाना ही है तो जनता 2024 में बटन दबाने का काम ही करेगी और ऐसा बटन दबेगा कि उपमुख्यमंत्री कभी ऐसा बयान देने लायक नहीं रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि दुष्यंत चौटाला खुद एक ऐसे पद पर है, जिसका संविधन में कोई जिक्र तक नहीं है, जो व्यक्ति खुद राजनीतिक विवशता के चलते पद पर बने हुए है , उनको जनता आने वाले समय में ऐसा परिणाम देगी कि वो सिर्फ प्रेस कांफ्रेंस करने के काबिल रह जाएंगे। कभी जीतने के आसपास भी नहीं रहेगा। उन्हें परिणाम भुगतने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। वैसे तो उपमुख्यमंत्री हमेशा ताऊ देवीलाल की बात करते हंै, परंतु ताऊ देवीलाल हमेशा कहते थे कि लोकराज लोकलाज से चलता है। अत: डिप्टी सीएम को शर्म आनी चाहिए, जो सत्त्ता के नशे में चूर होकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। लिपिकों ने आगे कहा कि दुष्यंत चौटाला ने अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली है और इसका उन्हें 2024 के चुनावों में भलीभांति चल जाएगा। अहंकार तो बड़े-बड़े राजाओं का तानाशाओं का भी नहीं चल पाया। दुष्यंत चौटाला तो फिर भी एक गैर संवैधानिक पद पर मलाई खाने के लिए बैठा है। ग्रामीण चौकीदार एसोसिएशन की ओर से जिला प्रधान निहाल सिंह, बंसीलला, कृष्ण, दलबीर, मांगाराम ने धरने को समर्थन दिया। जिला प्रधान गौरव बजाज ने बताया कि सांय तीन बजे भारतीय मजदूर संघ के राज्य प्रधान अशोक कुमार भी सिरसा पहुंचेंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ सलाहकार प्रभु गोदारा, गुरबचन उपाधीक्षक, मोहनलाल सुथार, दिलबाग सिंह, पवन, राकेश, अमित बंसल, प्रमोद डीसी ऑफिस, सुमन, सरोज, दिनेश धामू, ओमप्रकाश सुथार, निधि, बहादुर सिंह, गुरदेव, सतीश ढाका, प्रिया, संदीप, प्रवीन, विजय एसडीसी, बंसीलाल, सुभाष, सुनील सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित थे।