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आदमपुर उपचुनाव:टिकट पर बगावत तेज, कांग्रेस के कुरड़ा राम छोड़ेंगे पार्टी, आप ने रामप्रसाद को निकाला

Adampur by-election: Rebellion intensifies on ticket, Congress' Kurda Ram will leave the party, AAP expels Ramprasad

 
Adampur by-election: Rebellion intensifies on ticket, Congress' Kurda Ram will leave the party, AAP expels Ramprasad
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Mhara Hariyana News:

Adampur by-election: Rebellion intensifies on ticket, Congress' Kurda Ram will leave the party, AAP expels Ramprasad


आदमपुर उप चुनाव के लिए इनेलो को छोड़ तीन प्रमुख पार्टियों ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। भाजपा-जजपा गठबंधन से भव्य बिश्नोई, कांग्रेस से जय प्रकाश, आप से सतेंद्र सिंह को मैदान में उतारा गया है। इनेलो फैसला नहीं कर पाई है। इनेलो चौटाला परिवार के किसी सदस्य को चुनाव लड़ा सकती है।

इस बीच जजपा ने प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला लिया है। वह भाजपा के साथ गठबंधन में ही लड़ेगी। इस बीच कांग्रेस और आप में टिकट न मिलने से नाराज नेताओं ने बगावत शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता कुरड़ा राम नंबरदार ने समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। वे गुरुवार को इसकी घोषणा करेंगे।

वहीं, जजपा से आप में आए पूर्व जिला पार्षद रामप्रसाद गढ़वाल को पार्टी से निकाल दिया है। उन पर पार्टी विरोधी बयानबाजी करने का आरोप है। इससे पहले हलका प्रधान बाबूलाल शर्मा और पार्टी प्रवक्ता अमनदीप टांडी ने आप से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच विधानसभा में दो समीकरण उभर रहे हैं।


कांग्रेस की ओर से जेपी को टिकट दिए जाने का कुरड़ा राम नंबरदार ने विरोध किया है। उन्होंने अपने दफ्तर से कांग्रेस के पोस्टर भी फाड़ दिए। कुरड़ाराम ने कहा है कि वे बंसीलाल के साथी रहे हैं। कुलदीप के कांग्रेस में वापसी के बाद कभी अपनी दावेदारी नहीं जताई और समाजसेवा के कार्य में लगे रहे।

पार्टी ने हमेशा बाहर के नेताओं को तरजीह दी है। इससे वह आहत हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी से बाहर जाने का फैसला समर्थकों के साथ किया है। इसकी आधिकारिक घोषणा गुरुवार काे प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से करेंगे।

जेपी हिसार से 3 बार सांसद रहे, पर 2009 में आदमपुर में हारे


कांग्रेस ने पूर्व मंत्री जय प्रकाश उर्फ जेपी को आदमपुर से प्रत्याशी बनाया है। जय प्रकाश का नाम पहले से चर्चा में था। पार्टी ने 7 सर्वे कराए थे, जिनमें से 6 में जय प्रकाश आगे रहे। जय प्रकाश को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा का करीबी माना जाता है।

जेपी 1989, 1996 और 2004 में लोकसभा सांसद बने थे। 1989 में केंद्र में प्रेट्रोलियम एवं संचार राज्य मंत्री भी बने। 1998 में हरियाणा गण परिषद पार्टी भी बनाई। 2000 में बरवाला से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने। 2009 में आदमपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन कुलदीप बिश्नोई से 6,015 वोट से हार गए थे।

पोल वोट में से 40% वोट मिले थे। भजनलाल परिवार की यह सबसे कम अंतर की जीत थी। 2014 में जेपी कलायत से निर्दलीय विधायक बने।

तीन साल में भव्य की संपत्ति 6 करोड़ रु. बढ़ी, पर देनदारी 23 लाख रु. घटी


भाजपा-जजपा प्रत्याशी भव्य बिश्नोई ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया। ब्रिटेन की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट भव्य ने शपथ पत्र में बताया कि उनके पास न अपना घर है और न गाड़ी। इसके बावजूद 7.35 करोड़ रु. की संपत्ति के मालिक हैं।

इसमें 3 कंपनियों में 4.66 करोड़ रु. की हिस्सेदारी है। 2.53 करोड़ रु. रुपए का लोन है। 4 लाख रु. कैश, 11.54 लाख रु. बैंक बैलेंस है। 1.56 करोड़ की देनदारी है। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में भव्य ने 1,29,90,209 रु. की संपत्ति बताई थी।

इसमें 10.76 लाख कैश, 19.95 लाख रु. बैंक बैलेंस व 6 लाख की एक पाॅलिसी के अलावा 76.41 लाख का लोन था। 2500 स्क्वेयर फीट की काॅमर्शियल बिल्डिंग बताई थी, जिसकी कीमत 2.50 करोड़ रुपए बताई थी। इसमें पिता से 1.78 करोड़ रु. का लोन दिखाया। खुद पर कुल 1.79 करोड़ की देनदारी दिखाई थी। ऐसे में 3 साल में देनदारी घटकर 23 लाख रु. घट गई, जबकि संपत्ति 6 करोड़. रु से ज्यादा बढ़ गई।

अब आयकर कानून के तहत 2 केस

भव्य पर आयकर कानून के तहत 2 केस भी चल रहे हैं। नामांकन के समय भव्य के साथ उनकी दादी जसमा देवी, मां रेणुका बिश्नोई व पिता कुलदीप बिश्नोई, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, चुनाव प्रभारी जेपी दलाल, जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह व अन्य मौजूद रहे।