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नकली केबल मामला: गृहमंत्री से मिला शिकायतकर्ता, डीजीपी से जवाब तलब

मामले के अनुसार शिकायतकर्ता नीटू कुमार ने बताया कि पब्लिक हैल्थ में हुए नकली केबल घोटाले में गृह मंत्री अनिल विज के आदेश के बाद पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर जांच पुलिस द्वारा जांच शुरू की गई थी
 
नकली केबल मामला: गृहमंत्री से मिला शिकायतकर्ता, डीजीपी से जवाब तलब
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Mhara Hariyana News, Sirsa

सिरसा। शहर में पब्लिक हैल्थ विभाग द्वारा लगाए गए ट्यूबवैलों में किए गए करोड़ों रुपए के गोलमाल में एसआईटी बनाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने से शिकायतकर्ता सिरसा निवासी नीटू कुमार व फिनोलक्स कंपनी डीलर जितिन गोयल अंबाला में गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के खुले दरबार में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंत्री अनिल विज ने तुरंत डीजीपी से फोन कर मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

गृह मंत्री के तुरंत डीजीपी से जवाब तलबी करने के तेवरों से शिकायतकर्ता को कार्रवाई की आस बंधी है। मजे बात तो ये है कि जिन अधिकारियों पर इस मामले में केस दर्ज किया गया है, विभाग की ओर से उनपर बजाय कार्रवाई के पदोन्नतियां दी जा रही है, जोकि अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हंै। अब देखना ये है कि क्या गृह मंत्री के आदेशों पर इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होती है या फिर मामला ठंडे बस्ते में ही ज्यों का त्यों पड़ा रहेगा।


मामले के अनुसार शिकायतकर्ता नीटू कुमार ने बताया कि पब्लिक हैल्थ में हुए नकली केबल घोटाले में गृह मंत्री अनिल विज के आदेश के बाद पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर जांच पुलिस द्वारा जांच शुरू की गई थी, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया और विशेष जांच टीम द्वारा पब्लिक हैल्थ से रिकॉर्ड हासिल कर दोषियों को नामजद किया गया। परन्तु पब्लिक हैल्थ के जिन अधिकारियों पर आरोप है, उन्होंने पुलिस को भी गुमराह करने का काम किया।


यही नहीं जांच की आंच से बचने के लिए अधिकारियों ने आनन-फानन में रात्रि को ही केबल व ट्यूबवैल का सामान बदलकर नया सामान लगाया दिया, लेकिन यहां भी अधिकारी मात खा गए, क्योंकि जो सामान लगाया गया है, उसकी मेनफेक्चरिंग 2022 की है, जबकि ट्यूबवैल 2021 में लगाए गए थे।