logo

गोबिंद कांडा हो सकते है भाजपा जिलाध्यक्ष! ​​​​​​​

सिरसा के साथ-साथ चार अन्य हलकों में भी बढ़ेगा भाजपा का प्रभाव
 
गोबिंद कांडा हो सकते है भाजपा जिलाध्यक्ष!
WhatsApp Group Join Now

Mhara Hariyana News, Sirsa

सिरसा। सिरसा की राजनीति में निकट भविष्य में बड़ा उल्टफेर होने जा रहा है। सिरसा के विधायक एवं पूर्व गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा के अनुज गोबिंद कांडा भाजपा के जिलाध्यक्ष बनाए जा सकते है। ऐसी चर्चाएं है कि पार्टी हाईकमान की ओर से इस आश्य के निर्णय पर सहमति जताई जा चुकी है और इसकी औपचारिक घोषणा किया जाना शेष है। सूत्र बताते है कि पार्टी गोबिंद कांडा को जिलाध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपकर सिरसा जिला को भाजपा के लिए उपजाऊ बनाने की सोच रही है। कांडा बंधुओं की वजह से सिरसा विधानसभा क्षेत्र में तो पार्टी को परोक्ष रूप से लाभ मिल ही रहा है, पार्टी सिरसा जिला के चार अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी मजबूती हासिल कर पाएगी।


    दरअसल, कांडा बंधुओं की पृष्ठभूमि आरएसएस की रही है। उनके पिता स्व. मुरलीधर कांडा ने आरएसएस के मुखिया के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी थी। गौरक्षा अभियान में उनका विशिष्ट योगदान रहा। उन्होंने जेल भी काटी। भले ही कांडा बंधुओं ने हलोपा के नाम से अपनी अलग पार्टी बनाई लेकिन उनका हमेशा से भाजपा की ओर रूझान रहा। उन्होंने कांग्रेस से नजदीकी के समय भी भाजपा के खिलाफ कोई ब्यानबाजी नहीं की। वर्ष 2019 के चुनाव में हलोपा की टिकट पर चुनाव जीतने के बाद गोपाल कांडा ने मनोहर सरकार को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था। सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के समय भी गोपाल कांडा भाजपा सरकार के समर्थन में डटकर खड़े हुए। 


    कांडा बंधुओं के कामकाज, समाजसेवा और लोकप्रियता को देखते हुए ही भाजपा ने विधायक गोपाल कांडा के अनुज गोबिंद कांडा को ऐलनाबाद उपचुनाव में उतारा। राजनीति हलके में इसे लेकर अचरज जताया गया। मगर, राजनीति की दृष्टि से पार्टी ने बड़ा कदम उठाया और उपचुनाव को रोचक मोड़ तक पहुंचा दिया। इस चुनाव में कांडा बंधुओं की मेहनत, समाजसेवा के लिए उनका जुझारूपन को देखते हुए पार्टी की ओर से गोबिंद कांडा को जिलाध्यक्ष की अहम जिम्मेवारी सौंपने का निर्णय लिया गया है। पार्टी का विचार है कि यदि गोबिंद कांडा को पार्टी की बागडोर सौंपी जाती है, तब भाजपा को सिरसा विधानसभा की सभी पांचों सीटों पर बढ़त हासिल होगी। पार्टी मजबूत होगी। वर्तमान में सत्तारूढ़ भाजपा को सिरसा जिला में एक भी सीट हासिल नहीं है, जबकि भाजपा ने लोकसभा की सिरसा सीट पर विजय हासिल की थी। राजनीतिक हलके में चर्चा है कि जल्द ही पार्टी की ओर से अपने जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा की जा सकती है, जिसमें गोबिंद कांडा के सिर पर जिलाध्यक्ष का ताज होगा!
 

---------------
 

 ओढ़ा रैली ने किया अचंभित
सिरसा। बताया जाता है कि कुछ माह पूर्व भाजपा की ओर से सीएम की ओढ़ा में हुई रैली में गोबिंद कांडा को अहम जिम्मेवारी सौंपने का निर्णय लिया गया था। दरअसल, इस रैली के आयोजन को लेकर भाजपा के स्थानीय नेताओं के हाथ-पांव फूल गए थे। शहर से दूर ओढां कस्बा में रैली का आह्वान तो कर दिया गया, लेकिन वहां पर भीड़ कैसे जुटेगी? खर्च कौन वहन करेगा? व्यवस्था कैसे होगी? तब गोबिंद कांडा ने रैली की तमाम जिम्मेवारी अपने कंधों पर ली।  एक कामयाब रैली का श्रेय कांडा बंधुओं को गया और अहम जिम्मेवारी दिए जाने की बुनियाद यही धरी गई।