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किसान पराली प्रबंधन स्कीम का उठाएं लाभ, प्रति एकड़ मिलेंगे हजार रुपए : उपायुक्त पार्थ गुप्ता ​​​​​​​

पराली प्रबंधन मशीनों की करवाई जाएगी पर्याप्त उपलब्धता, किसान पर्यावरण संरक्षण में बनें सहयोगी
 
किसान पराली प्रबंधन स्कीम का उठाएं लाभ, प्रति एकड़ मिलेंगे हजार रुपए : उपायुक्त पार्थ गुप्ता
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Mhara Hariyana News, Sirsa

रानियां। 


उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि किसानों को चाहिए कि वे पराली प्रबंधन करके सरकार की प्रति एकड़ मिलने वाली एक हजार रुपये राशि की प्रोत्साहन स्कीम का लाभ उठाएं। इससे न केवल किसानों को आर्थिक लाभ होगा, बल्कि जमीन की उर्वरा शक्ति नष्टï होने से बचेगी और पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होगा। किसान पराली प्रबंधन के तहत स्कीमों का लाभ उठाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण जरुर करवा लें।


उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने शनिवार को रानियां के अभोली, सुल्तानपुरिया व नानुआना सहित विभिन्न गांवों के खेतों में जाकर सुपर सीडर से पराली प्रबंधन प्रक्रिया की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान ऐलनाबाद एसडीएम डा. वेद प्रकाश बेनीवाल, उप निदेशक कृषि डा. बाबू लाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


खेत में पराली के निष्पादन पर मिलेंगे एक हजार रुपये :
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि सरकार की ओर से पहले जहां बेलर से गांठ बनाकर पराली प्रबंधन पर ही प्रोत्साहन राशि दी जाती थी। अब जो किसान खेत में ही पराली का निष्पादन करता है तो उसे भी प्रति एकड़ एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए किसान अपना पंजीकरण मेरी फसल मेरा पोर्टल पर अवश्य करवा दें। किसान सुपर सीडर का इस्तेमाल करके पराली के निष्पादन के साथ ही गेहूं की बिजाई भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली प्रबंधन के लिए पर्याप्त मशीनों को उपलब्धता सुनिश्चित करवाई जाएगी, इसके लिए उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को दूसरे जिलों से टाइअप करते हुए पराली प्रबंधन मशीनों की उपलब्धता को बढाने के निर्देश दिए।


नानुआना का हरजिंद्र सिंह पिछले सात साल से कर रहा पराली प्रबंधन, उपायुक्त ने की सराहना :
उपायुक्त पार्थ गुप्ता पराली प्रबंधन को लेकर गांव नानुआना पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गांव के किसान हरजिंद्र सिंह के खेत में जाकर सुपर सीडर से की जा रही बिजाई प्रक्रिया को बारिकी से देखा और किसान से इस बारे जानकारी ली। हरजिंद्र सिंह ने बताया कि वे पिछले सात साल से पराली का प्रबंधन कर रहे हैं। वे दूसरों को भी पराली ना जलाने के लिए जागरुक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण का स्वच्छ होना बहुत ही जरुरी है। पर्यावरण संरक्षित रखने के उदे्ïश्य से वे पिछले कई सालों से 50 एकड़ के करीब पराली का प्रबंधन करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे सुपर सीडर से बिजाई कर रहे हैं। इससे पराली का निष्पादन भी हो जाता है और गेहूं की बिजाई भी हो जाती है। एक साथ दो काम पूरे होते हैं। उपायुक्त ने हरजिंद्र सिंह की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे किसानों को सम्मानित किया जाएगा, जोकि बेहतर पराली प्रबंधन करते आ रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे किसानों को चिन्हित किया जाए।


सुरपर सीडर से की गेहूं की बिजाई, पराली प्रबंधन के साथ बढ़ा फसल उत्पादन :
जिला के गांव सुल्तानपुरिया में उपायुक्त पार्थ गुप्ता खेतों में सुपर सीडर से गेहूं की बिजाई के साथ-साथ पराली के निष्पादन प्रक्रिया को देखने पहुंचे। इस दौरान गांव के किसान कालू राम व जयलाल ने बताया कि गांव में लोग पराली प्रबंधन को लेकर जागरुक हुए हैं। उन्होंने बताया कि सुपर सीडर से एक साथ पराली प्रबंधन व गेहूं की बिजाई हो जाती है। सुपर सीडर से गेहूं की बिजाई में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आती है, बल्कि जब से सुपर सीडर से बिजाई की है, उनकी फसल उत्पादन बढ़ा है। उपायुक्त ने उनके पराली प्रबंधन की सराहना करते हुए दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने को कहा।