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गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर तथा इंजन-चेसिस नम्बर बदल कर गाड़ियों को बेचने वाले चोर गिरोह का पर्दाफाश

दो बोलेरो गाडियो सहित एक युवक सीआइए सिरसा पुलिस के हत्थे चढा 
 
sirsa taza news
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Mhara Hariyana News, sirsa।
 सीआइए सिरसा पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जिला के गांव कुस्सर से एक युवक को फर्जी नम्बर प्लेट लगाई हुई  तथा  इंजन-चेसिस नम्बर बदली हुई  दो बोलेरो गाड़ियों के साथ काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है ।       


             सीआइए कालांवाली प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजपाल ने बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान संदीप कुमार उर्फ़ लाली  वासी गाँव कुस्सर जिला सिरसा के रुप में हुई है।    

उन्होंने बताया कि सीआइए सिरसा पुलिस की एक टीम गश्त  के दौरान बस अड्डा रानियां के पास मोज़ूद थी।इसी दौरान किसी व्यक्ति ने  महत्वपूर्ण सुचना दी कि संदीप कुमार उर्फ़ लाली   वासी गाँव कुस्सर जिला सिरसा अपने अन्य साथियों संतोष निवासी राजस्थान वगैरा के साथ मिलकर बाहर से गाड़ियां अवैध रूप से लाकर उनके नम्बर प्लेट तथा उनके इंजन नम्बर व चेसिस नम्बर से छेड़छाड़ करके आम पब्लिक के साथ धोखाधड़ी करके अनुचित लाभ कमाने के लिए आगे बेच देते हैँ ।

 सीआइए प्रभारी  राजपाल ने बताया कि मुखबिर ने सूचित किया कि गांव कुस्सर में  संदीप  की  दुकान के आगे  नम्बर प्लेट बदलकर व इंजन तथा चेसिस नम्बर से छेडछाड की हुई दो बोलेरो गाड़ियों को लेकर खड़े हैँ ।उन्होंने बताया कि उक्त सूचना को पाकर पुलिस पार्टी गांव कुस्सर मे संदीप कुमार उर्फ़ लाली उक्त की दुकान पर पहुंची तो दुकान के आगे दो बोलेरो गाड़ियां खड़ी दिखाई दी ओर एक युवक बोलेरो गाडी के पास दिखाई दिया ,जिसको साथी काबु करके नाम पता पुछा और उससे उक्त दोनो गाड़ियों के कागजात मांगे जो कोई कागज़ पेश नही कर सका । फिर गाड़ियों को चेक करने पर पाया कि उक्त दोनो बोलेरो गाड़ियों की नम्बर प्लेट बदली हुई थी और इंजन नम्बर वा चेसिस नम्बर से छेडछाड की हुई मिली जिस पर दोनो बोलेरो गाड़ियों को कब्ज़ा पुलिस मे लिया गया।

पकड़े गए युवक संदीप कुमार उर्फ़ लाली पुत्र रामकुमार निवासी गाव कुस्सर जिला सिरसा तथा उसके साथी संतोष वासी राजस्थान व अन्य के खिलाफ भादस की धारा 420/472/473 के तहत थाना रानियां में अभियोग दर्ज कर जांच शुरु कर दी है ।  सीआईए प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए युवक को अदालत में पेश करके रिमाण्ड पर लिया जाएगा और रिमाण्ड अवधि के दौरान इस फर्जीवाड़े के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में नाम पता मालूम कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी ।