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सिरसा के प्राचीन शनिदेव मंदिर में स्थापित होगा अद्भूत शनि दरबार, विराजमान होंगे शनि जी के 11 स्वरूप ​​​​​​​

भगवान शनिदेव जी की करीब 145 वर्ष पुरानी प्रतिमा के साथ साथ साढ़े चार फीट ऊंची शनि शिला विराजमान करवाई जाएगी
 
सिरसा के प्राचीन शनिदेव मंदिर में स्थापित होगा अद्भूत शनि दरबार, विराजमान होंगे शनि जी के 11 स्वरूप ​​​​​​​

Mhara Hariyana News, Sirsa, सिरसा। नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनिदेव मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य तेज गति से चल रहा है। मंदिर के पुराने भवन के स्थान पर भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है।

सिरसा के प्राचीन शनिदेव मंदिर में स्थापित होगा अद्भूत शनि दरबार, विराजमान होंगे शनि जी के 11 स्वरूप ​​​​​​​​​​​​​​

मंदिर में भगवान शनिदेव जी की करीब 145 वर्ष पुरानी प्रतिमा के साथ साथ साढ़े चार फीट ऊंची शनि शिला विराजमान करवाई जाएगी। इसके साथ ही शनि जी के नौ वाहनों पर स्वरूप स्थापित किए जाएंगे। संभवत यह उत्तर भारत का पहला ऐतिहासिक शनिदेव मंदिर होगा, जिसमें शनिदेव के 11 स्वरूप विराजमान होंगे। 

मंदिर निर्माण की कड़ी में पहले गर्भगृह और एक भाग का निर्माण करवाया जा रहा है
श्री शनिदेव मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारी आनंद भार्गव व चंद्रमोहन भृगुवंशी ने बताया कि क्षेत्रवासियों के सहयोग से प्राचीन शनिदेव मंदिर का निर्माण कार्य लगातार जारी है। मंदिर को भव्य रूप प्रदान किया जाएगा। मंदिर निर्माण की कड़ी में पहले गर्भगृह और एक भाग का निर्माण करवाया जा रहा है। इस हिस्से में शनिदेव जी के अद्भूत 11 रूप स्थापित होंगे। शनिदेव के नौ वाहनों पर विराजमान स्वरूप साढ़ेसती के अनुसार शुभ अशुभ फल देने वाले होते हैं और अत्यंत दुर्लभ है। इसके साथ ही मंदिर में स्थापित होने वाली शिगनापुर शिला भी अति सुंदर है। शनि जी की 245 वर्ष पुरानी प्रतिमा भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली और अति शुभ फल देने वाली है।

शनिदेव के सभी स्वरूप पश्चिम मुखी है

ट्रस्ट पदाधिकारियों ने बताया कि मंदिर में स्थापित होने वाले शनिदेव के सभी स्वरूप पश्चिम मुखी है, जिस कारण इनका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि मंदिर के फर्श व गर्भगृह के मुख्य द्वार को पत्थरों से सजाया जाएगा। इसके साथ ही विशेष साज सज्जा करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में जो श्रद्धालु सहयोग देना चाहे वें मंदिर में संपर्क कर सकते हैं।