आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा का सरकार पर वार
अनुराग ढांडा ने किसानों को खाद नहीं मिलने के मुद्दे पर उठाए कई सवाल
Nov 26, 2023, 16:57 IST
Mhara Hariyana News, Sirsa
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने रविवार को किसानों के मुद्दों को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार के 9 साल के राज में अब तक किसानों को परेशानी ही झेलनी पड़ी है। पहले डीएपी खाद को लेकर और अब यूरिया को लेकर किसान दर दर भटकने को मजबूर हैं। पूरे प्रदेश में यूरिया की किल्लत है।
उन्होंने कहा कि किसान डिस्ट्रीब्यूशन सेंटरो के चक्कर लगाकर थक चुके हैं। यूरिया की मांग का एक तिहाई भी उपलब्ध नहीं है। 50 से लेकर 100 रुपए तक ऊपर लेकर यूरिया पर कालाबाजारी चल रही है। किसानों को कहीं भी राहत नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर अभी हाल में ही राजस्थान में जाकर कहते हैं कि किसानों को 2700 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी दिया जाएगा, जबकि हरियाणा में तो गेहूं का एमएसपी 2275 रुपए प्रति क्विंटल है और वो भी नहीं मिल पाता है। उसके लिए भी किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर हरियाणा के किसानों से नफरत करते हैं और हरियाणा के किसानों के प्रति उनका रवैया बहुत ही निराशाजनक है। उनकी नियत किसानों को फायदा पहुंचाने की नहीं है। किसान आंदोलन के बाद से बीजेपी हरियाणा के किसानों को खत्म कर देना चाहती है। इसलिए किसानों को हरेक सुविधा लेने के लिए जूझना पड़ता है। इससे पहले डीएपी खाद की किल्लत को लेकर भी किसानों को जूझना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया लेने के लिए भी बड़ी बड़ी लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। प्रदेश में किसी भी जिले में यूरिया का पर्याप्त स्टॉक नहीं है। मजबूरन किसानों को भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार किसानों को परेशान करना बंद करे और प्रदेश के किसानों के लिए यूरिया का स्टॉक उपलब्ध करवाने का काम करे।
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने रविवार को किसानों के मुद्दों को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार के 9 साल के राज में अब तक किसानों को परेशानी ही झेलनी पड़ी है। पहले डीएपी खाद को लेकर और अब यूरिया को लेकर किसान दर दर भटकने को मजबूर हैं। पूरे प्रदेश में यूरिया की किल्लत है।
उन्होंने कहा कि किसान डिस्ट्रीब्यूशन सेंटरो के चक्कर लगाकर थक चुके हैं। यूरिया की मांग का एक तिहाई भी उपलब्ध नहीं है। 50 से लेकर 100 रुपए तक ऊपर लेकर यूरिया पर कालाबाजारी चल रही है। किसानों को कहीं भी राहत नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर अभी हाल में ही राजस्थान में जाकर कहते हैं कि किसानों को 2700 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी दिया जाएगा, जबकि हरियाणा में तो गेहूं का एमएसपी 2275 रुपए प्रति क्विंटल है और वो भी नहीं मिल पाता है। उसके लिए भी किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर हरियाणा के किसानों से नफरत करते हैं और हरियाणा के किसानों के प्रति उनका रवैया बहुत ही निराशाजनक है। उनकी नियत किसानों को फायदा पहुंचाने की नहीं है। किसान आंदोलन के बाद से बीजेपी हरियाणा के किसानों को खत्म कर देना चाहती है। इसलिए किसानों को हरेक सुविधा लेने के लिए जूझना पड़ता है। इससे पहले डीएपी खाद की किल्लत को लेकर भी किसानों को जूझना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया लेने के लिए भी बड़ी बड़ी लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है। प्रदेश में किसी भी जिले में यूरिया का पर्याप्त स्टॉक नहीं है। मजबूरन किसानों को भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार किसानों को परेशान करना बंद करे और प्रदेश के किसानों के लिए यूरिया का स्टॉक उपलब्ध करवाने का काम करे।