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सीडीएलयू को प्राप्त हुई एजुकेशन प्रोग्राम हेतु 100 सीटों की मान्यता

CDLU got recognition of 100 seats for education program
 
सीडीएलयू को प्राप्त हुई एजुकेशन प्रोग्राम हेतु 100 सीटों की मान्यता
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सिरसा। चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा को नैशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन से चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम की 100 सीटों के लिए मान्यता पत्र प्राप्त हुई है।

100 सीटों में से 50 सीटें कला संकाय के विद्यार्थियों के लिए तथा 50 सीटें विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होंगी।

शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रारंभ होने वाले यह प्रोग्राम पूर्णतया एन.ई.पी.-2020 के अनुरूप होगा। 

इस कार्यक्रम से टीचिंग में रोजगार बनाने वाले युवाओं को स्पेशलाइज्ड प्रशिक्षण विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस प्रोग्राम में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी बी.ए. बी.एड. तथा बी.एस.सी. बी.एड. की डिग्री मात्र चार वर्ष में कर पाएंगे।

अन्य शब्दों में विद्यार्थी पांच वर्ष में बी.एड. डिग्री पाने की बजाए अब केवल चार वर्ष में कर पाएंगे। चार वर्षीय बी.ए. बी.एड. व बी.एस.सी. बी.एड. पाठ्यक्रम में दाखिला नैशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा द्वारा ही होगी। अत: जो विद्यार्थी इस कोर्स में प्रवेश के इच्छुक हैं उसे एन.टी.ए. द्वारा आयोजित परीक्षा में बैठना पड़ेगा।

इस आशय की जानकारी एजुकेशन फैकल्टी के प्राध्यापकों द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक जी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान दी गई। प्रो. मलिक ने कहा कि एक अच्छा शिक्षक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और विश्वविद्यालय में यह इंटीग्रेटेड प्रोग्राम शुरू होने से 10 जमा 2 पास विद्यार्थी सीधा विश्वविद्यालय का छात्र बन सकेगा।

प्रो. मलिक ने एजूकेशन डिपार्टमेंट के प्राध्यापकों को निर्देश दिए कि वे इस प्रकार का सब्जेक्ट कम्बीनेशन रखें कि प्रोग्राम पूरा करने के उपरांत विद्यार्थियों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मुहैया हो सकें।

उन्होंने कहा कि एन.ई.पी.-2020 के आने से स्पेशलाइज्ड टीचर्स की देश को आवश्यकता पड़ेगी और इस आवश्यकता को पूरा करने में यह इंटीग्रेटिड प्रोग्राम मील का पत्थर साबित होगा। कुलपति ने इस उपलब्धि के लिए एजूकेशन विभाग को बधाई दी।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. राजेश कुमार बंसल, प्रो. मोनिका वर्मा, प्रो. निवेदिता, प्रो. रणजीत, डा. मीना, डा. राजकुमार, डा. अमित सांगवान उपस्थित थे।