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डिग्री धारकों के पास आत्मनिर्भर बनने के लिए किसी न किसी कौशल का होना है जरूरी : ढींडसा

जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में विकसित भारत संकल्प के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन
 
Dhindsa

सिरसा भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रुप में निर्मित करने की अवधारणा और उसमें विद्यार्थियों व प्राध्यापकों के योगदान को लेकर प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल के नेतृत्व में कार्यक्रम संयोजक डॉ. अनीता मक्कड़, श्रीमती नेहा गर्ग, श्रीमती सीमा की देख रेख में जेसीडी मेमोरियल में लगातार सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं जिनके तहत अब तक कॉलेज में विभिन्न गतिविधियों को सम्पन्न करवाया जा चुका है। इसमें विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर स्पीच और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी करवाई गई हैं। 

      इस अवसर पर जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि आज हर संस्था, हर व्यक्ति को इस संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए कि उनका हर प्रयास और कार्य विकसित भारत के लिए होगा। उन्होंने कहा कि आज यह बहुत जरूरी हो गया है कि शिक्षक और शिक्षण संस्थान भारत को तेज गति से एक विकसित देश बनाने के तरीके खोजने पर विचार करें और एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में सुधार के लिए अलग-अलग क्षेत्रों की पहचान भी करें। डॉ. ढींडसा ने कहा कि इस विज़न के साथ जो लक्ष्य जुड़े हैं उनपर जेसीडी विद्यापीठ पहले से ही कार्य कर रहा है। पीएम मोदी ने विद्यार्थियों को मोबाइल फोन से परे की दुनियां देखने की अपील की थी और जेसीडी विद्यापीठ पहले से ही विद्यार्थियों को खेलों व मनोरंजन की विभिन्न गतिविधियों से जोड़ रहा है ताकि विद्यार्थियों का शारिरिक और मानसिक विकास हो। इसके अलावा हम ये भी कोशिश कर रहे हैं कि हमारे डिग्री धारकों के पास कोई न कोई कौशल जरूर हो ताकि वो आगे चलकर आत्मनिर्भर बन सके और भारत के विकास में योगदान दे सके।

इस स्पीच प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गुरशान सिंह व द्वितीय स्थान दृष्टि ने प्राप्त किया वहीं वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गुरकीरत कौर, द्वितीय स्थान हरविंदर सिंह ने प्राप्त किया। इसके अलावा सुझाव पोर्टल के उद्घाटन सत्र को कॉलेज के आईसीटी कक्ष में लाईव दिखाया गया जिसमें सभी स्टॉफ सदस्यों ने पीएम मोदी की स्पीच भी सुनी। पीएम नरेंद्र मोदी के आवाहन पर विकसित भारत को लेकर विद्यार्थियों के सुझावों के लिए एक अलग से पैनल बनाया गया है और कॉलेज में ही इसके लिए एक स्थान निर्धारित कर लगातार विद्यार्थियों को प्रेरित भी किया जा रहा है और उन्हें पोर्टल पर सुझाव देने के लिए निर्धारित सभी चरणों का लाइव डेमो भी दिया जा रहा है।

प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल ने बताया कि देश की राष्ट्रीय योजनाओं, प्राथमिकताओं और लक्ष्यों के निर्माण में देश के युवाओं को सक्रिय रूप से सम्मिलित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में वैचारिक योगदान करने के लिए जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थी व स्टॉफ सदस्य पूरी तरह से तैयार और उत्साहित हैं। डॉ. शिखा गोयल ने बताया कि विकसित भारत 2047 का उद्देश्य आजादी के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। यह दृष्टिकोण आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलुओं को सम्मिलित करता है और मौजूदा युवा वर्ग को इन लक्ष्यों के बारे में पूर्ण ज्ञान होना जरूरी है। जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में इस कार्य को प्राथमिकता पर किया जा रहा है ताकि हमारे विद्यार्थी व स्टॉफ सदस्य अपने विचार व सुझाव इस पोर्टल पर भेजें और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।

कार्यक्रम संयोजकों ने बताया कि विकसित भारत से जुड़े आइडियाज पोर्टल पर पांच अलग-अलग विषयों पर सुझाव दिए जा सकते हैं। जिनमें से सर्वश्रेष्ठ दस सुझावों के लिए पुरस्कार की भी व्यवस्था की गई है। यह सुझाव माई गव प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी दिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को लगातार प्रेरित किया जा रहा है ताकि वो क्यूआर कोड के माध्यम से अपना सुझाव इस पोर्टल पर भेजें और इसके लिए उनकी सहायता भी की जा ही है।