logo

बीजेपी सरकार में दर्जनभर भर्तियां हाईकोर्ट में अटकी: कुलदीप गड़राना

एक साल बीत जाने के बाद भी बीजेपी सरकार भर्तियां करने में फेल: कुलदीप गदराना
 
 
बीजेपी सरकार में दर्जनभर भर्तियां हाईकोर्ट में अटकी: कुलदीप गड़राना
आम आदमी पार्टी के सिरसा लोकसभा अध्यक्ष कुलदीप गदराना ने वीरवार को युवाओं की हो रही अनदेखी को लेकर खट्टर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सरकार और सीएम खट्टर में दम है तो अनुराग ढांडा की चुनौती स्वीकार करें, अन्यथा प्रदेश की जनता और बेरोजगार युवाओं से माफी मांगें।

उन्होंने कहा आज हरियाणा के युवा हताश हैं और  रोजगार के लिए तरस रहे हैं। कुछ दिन पहले सरकार ने कटेगरी 145 और 147 में 241 पदों का विज्ञापन वापस ले लिया गया था। उससे पहले पीजीटी कंप्यूटर साइंस के 1600 पदों पर कोर्ट ने रोक लगा दी थी, ग्रुप डी की 13536 पदों की भर्ती पर सामाजिक और आर्थिक आधार पर अंको को लेकर विवाद था जो मामला कोर्ट में है ये भर्तियां भी अटकी पड़ी हैं। टीजीटी 7471 पदों की भर्तियों का विवाद भी कोर्ट में है, 2023 में पीजीटी गणित के 315 पदों के लिए भर्ती निकली गई थी, जिसका परिणाम गलत पाए जाने पर कोर्ट द्वारा  रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अभी तक इस सरकार में 40 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं।

भाजपा सरकार ने कहा था कि सीईटी का टेस्ट बनाएंगे, इससे भर्ती प्रक्रिया आसान हो जाएगी। लेकिन जब से ये फॉर्मेट लागू हुआ है तब से एक भी भर्ती पूरी नहीं हुई है। या तो पेपर लीक हो जाता है या भर्ती प्रक्रिया को सरकार खुद ही वापस ले लेती है या फिर उसमें कुछ कमियां होती हैं जिस कारण भर्ती कोर्ट में अटक जाती है। कटेगरी 57 और 56 के लिए युवाओं ने अभियान चलाया हुआ है कि सरकार कोट में जाकर अर्ली हायरिंग की अपील क्यों नहीं करती। हाईकोर्ट ने इस मामले में अप्रैल की तारीख दी हुई है। इसका मतलब युवाओं को रोजगार देने की सरकार की नियत नहीं है। खट्टर सरकार ने पिछले बजट में इस साल 60,000 नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन अगला बजट आने वाला है सीएम खट्टर रिकॉर्ड में 1000 नौकरी भी नहीं दिखा सकते हैं जो पिछले एक साल के दौरान हुई। इसलिए हरियाणा का युवा अब बदलाव मांग रहा है।

हरियाणा में 25 लाख युवा बेरोजगार हैं, नौकरियों के लिए त्राहि त्राहि मची हुई है। इससे पहले भारत की इतिहास में कभी ऐसी स्थिति नहीं हुई। वहीं पंजाब सरकार 42000 युवाओं को सरकारी नौकरी दे चुकी है। एक भी भर्ती प्रक्रिया कोर्ट में नहीं अटकी। इसलिए हरियाणा का युवा अब तैयार है कि यदि उनके लिए रोजगार नहीं तो फिर अबकी खट्टर सरकार भी नहीं। अब युवाओं को ठान लिया कि वह अब बदलाव की राह को पकड़ेंगे। इसलिए हरियाणा के बदलाव के आगाज को बुलंद करने के लिए अरविंद केजरीवाल 28 जनवरी को बदलाव महासभा करने के लिए जींद की धरती पर आ रहे हैं।