logo

अमेरिका द्वारा तटस्थ भारत को अपने पाले में लेने हेतु हर बार नये हथकंडे की आजमाइश: गुप्ता

 
Sirsa news

अमेरिका द्वारा तटस्थ भारत को अपने पाले में लेने हेतु हर बार नये हथकंडे की आजमाइश: गुप्ता
सिरसा। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंच के प्रदेशाध्यक्ष एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के जिला प्रधान लाला ज्योति प्रकाश गुप्ता ने कहा कि अमेरिका हर बार नवीन युक्तियों के माध्यम से विश्व की सब से अधिक 140 करोड़ आबादी वाले लोकतंत्र के तटस्थ भारत को अपने पाले में लेने हेतु लालायित रहता है

, उस के चार मुख्य कारण है, भारत सामरिक हथियारों का सब से बड़ा खरीदार है, दूसरा प्रमुख कारण चीन व अमेरिका की आपस में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के परिणामस्वरूप अमेरिका की आर्थिक व वित्तीय व्यवस्था पर कुप्रभाव, तीसरा कारण लोकतांत्रिक देशों के समुदाय में प्रखरता, चौथा अति महत्वपूर्ण कारण है।

संयुक्त राज्य अमेरिका की चुनावी वैतरणी में भारतीय मूल के नागरिकों के वोट बैंक को आकर्षित करने की भूमिका का लोभ संवरण।

ज्योति प्रकाश गुप्ता ने कहा कि विगत सितंबर 2019 में संयुक्त राज्य अमेरिका के एक राज्य टेक्सास की ह्यूस्टन सिटी में आयोजित 'हाउदी, मोदीÓ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बहुत ही उत्साह से भाग लिया था, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल के राष्ट्रपति चुनाव में हार गए।

इस प्रकार भारतीय-अमेरिकी और अनिवासी भारतीयों का भारी हुजूम महज तमाशबीन ही साबित हुआ।
गुप्ता ने कहा कि इस बार अमेरिका ने एक नया पैंतरा बदलते हुए प्रधानमंत्री मोदी को इस महीने की 21 जून से 24 जून तक, चार दिन की अमेरिका की 'राजकीय-यात्राÓ का निमंत्रण थमा दिया, जिस में मोदी के मित्र व अमला-समला सहित अपने पूरे लाव-लश्कर के साथ अमेरिका की यात्रा करेंगे, जिस पर करोड़ों रूपयों का भारी-भरकम यात्रा खर्च का बोझ देश के राजस्व पर पड़ेगा।

उस से मात्र मोदी की यशोलिप्सा तथा महिमा-मंडन करने के सिवाय बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी में भारत के 140 करोड़ लोगों को कोई लाभ नहीं होने वाला। मोदी भी भली-भांति जानते हैं कि 'चार दिनों की चांदनी फिर अंधेरी रातÓ रणनीतिनुसार बिना निहित स्वार्थ के मुफ्त में माल कोई नहीं खिलाता, भले ही मोदी एक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रचारक क्यों न हो।
ज्योति प्रकाश गुप्ता ने देश के मौजूदा चिंताजनक हालात पर नजर डालते हुए कहा कि इसी महीने की 2 जून (शुक्रवार) को ओडिशा के बालासोर जिले में घटित ट्रिपल ट्रेन की भयानक दुर्घटना में 288 यात्री अकाल मृत्यु का ग्रास बन गए और करीब 1200 से ज्यादा यात्री घायल हो गए, जिस से उन के परिजनों सहित लाखों लोग अभी भी सदमे से उभरे नहीं है।

इस रेल हादसे की त्रासदी के जख्म अभी हरे हैं, भरे नहीं। केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जांच जारी है। वहीं पूर्वोत्तर के भाजपा शासित राज्य मणिपुर में हिंसा में 105 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और करीब 35 हजार से अधिक लोग अपने घर-बार छोड़ कर दूसरे स्थानों को जा चुके हैं। उधर भाजपानीत शासित महाराष्ट्र में कोल्हापुर के भी हालात ठीक-ठाक नहीं कह सकते।

उपद्रव, पत्थरबाजी, दुकानों व रेहडिय़ों की तोड़-फोड़, जिससे पुलिस को आंसू गैस व लाठीचार्ज करना पड़ा। इन हालातों के मद्देनजर जब कि देश में उत्तर से दक्षिण तक मातम का माहौल है, वहां नगाड़े बजाना कैसे शोभा दे सकता है, जनता असहाय है, जनाक्रोश से लबालब है। गुप्ता ने नरेन्द्र मोदी से मार्मिकतापूर्ण अपील करते हुए कहा है कि उन को इस असामान्य घड़ी में देश में रह कर जनता को सहानुभूति तथा दिलासा देने को अधिमान देना चाहिए, जब कि देश की बागडोर आज उन के हाथ में है। अमेरिका के महानगर न्यूयार्क व वॉशिंगटन तो कनाडा के जंगलों की आग के कारण से वैसे ही वायुमंडलीय प्रदूषित हो चुके हैं।
फोटो: ज्योति प्रकाश गुप्ता