logo

हैफेड द्वारा भुगतान देरी से करने पर किसानों-आढ़तियों में रोष

 
हैफेड द्वारा भुगतान देरी से करने पर किसानों-आढ़तियों में रोष

सिरसा। सिरसा अनाजमंडी में हैफेड द्वारा खरीदे गए बासमती धान का भुगतान समय पर न किए जाने से मंडी के आढ़तियों व किसानों में रोष है। इस बारे में आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता ने हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत तथा सीएम मनोहर लाल को एक पत्र भेजा है। साथ ही इस मामले में आज आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के कार्यालय में प्रधान मनोहर मेहता की अध्यक्षता में आढ़तियों की एक बैठक हुई। बैठक में एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सह सचिव महावीर शर्मा, उपप्रधान दीपक नड्डा, सुशील कस्वा, हनी अरोड़ा, संगठन सचिव सुशील रहेजा, मैनेजर नरेंद्र सेठी सहित अन्य आढ़ती मौजूद थे।

बैठक में बोलते हुए प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सिरसा मंडी में हैफेड द्वारा धान की खरीद की गई है लेकिन भुगतान में देरी की जा रही है। भुगतान देरी से होने से किसानों को आथिैक तंगी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि किसान आढ़तियों से तुरंत भुगतान की मांग करते हैं। आढ़तियों को हैफेड द्वारा समय पर भुगतान नहीं मिलने से आढ़तियों के समक्ष आर्थिक संकट बना हुआ है। ऐसे में किसानों को भी समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है जिस कारण किसान भी परेशान है। प्रधान ने कहा कि पिछले वर्ष ऐसी समस्या नहीं थी, मगर इस बार ऐसा हो रहा है। 15 दिन बाद भी हैफेड द्वारा खरीदे गए धान का भुगतान  नहीं हो रहा है। प्रधान मेहता ने कहा कि इतना ही नहीं, हैफेड द्वारा आढ़तियों की दामी भी अपने पास रखी जा रही है। मजदूरों की मजूदरी भी हैफेड समय पर नहीं दे रहा है। ऐसे में आढ़ती, किसान व मजदूर, सभी परेशान है।


उन्होंने कहा कि हैफेड द्वारा खरीद की जा रही कृषि उपज को लोडिंग करवाने हेतु साधन उपलब्ध करवाना हैफेड के ट्रांसपोर्टर की जिम्मेवारी है परन्तु इस वर्ष लोडिंग करवाने हेतु साधन समय पर उपलब्ध न करवाने की वजह से मंडी में पड़े माल में घटोती आती है। यह घटोती आढ़ती से न काट कर ट्रांसपोर्टर से काटी जाये। धान की भराई और तुलाई होने के घंटों बाद अगर कोई घटोती आती है तो कच्चा आढ़ती जिम्मेवार नहीं है। इसलिए उनकी मांग है कि हैफेड के ट्रांसपोर्टर की लापरवाही से होने वाली घटोती कच्चे आढ़ती से न काटी जाये। प्रधान ने कहा कि इस बारे में स्थानीय हैफेड कार्यालय के अधिकारियों से बात की जाती है, मगर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है। इसलिए उन्होंने हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत तथा प्रदेश के सीएम मनोहर लाल को एक पत्र भेजा है जिसमें मांग की गई है कि हैफेड द्वारा आढ़तियों से खरीदे गए धान का तुरंत भुगतान करवाया जाए। जितनी देरी से भुगतान किया जाता है, उस अवधि का ब्याज दिलाया जाए। मंडी में पड़े हुए धान का तुरंत उठान करवाया जाए।