कृषि यंत्रों से पराली प्रबंधन करने पर किसानों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि : उपायुक्त पार्थ गुप्ता
किसान एग्रीहरियाणाडाटजीओवीडाटइन पोर्टल पर करें ऑनलाइन आवेदन
Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा।कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा किसानों के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। अब धान की कटाई का सीजन शुरू होते ही विभाग को फसल अवशेषों में आग लगाने की घटनाओं के दृष्टिगत इस पराली प्रबंधन के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। किसान पराली प्रबंधन के लिए विभागीय पोर्टल एग्रीहरियाणाडाटजीओवीडाटइन पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि धान कटाई के सीजन को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण एंव जनहित में पराली मे आग न लगाए। किसान इस स्कीम का लाभ लेने के लिए विभाग की वेबसाइट एग्रीहरियाणाडाटजीओवीडाटइन पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हंै। उन्होंने बताया कि जो इंडस्ट्री धान की पराली का उपयोग करती हैं, वो भी पैडी स्ट्रा सप्लाई चैन प्रोजेक्ट लगाने हेतु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उपायुक्त ने किसानों से अनुरोध है कि फसल कटाई उपरांत फसल अवशेषों मेें आग न लगाएं। यदि कोई किसान हैप्पी सीडर सुपर सीडर रि.एम.बी. प्लो जीरो ट्रील सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल मशीन, रोटावेटर, डीस्क हेरी, बेलर आदि कृषि यंत्रों से फसल अवशेषों का प्रबंधन करता है, तो सरकार की तरफ से एक हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त गौशाला आयोग के साथ पंजीकृत कोई गौशाला धान की पराली की गांठ खरीद कर अपनी गौशाला में उपयोग करते है, तो गौशालाओं को भी पांच सौ रुपये प्रति एकड़ और अधिकतम 15 हजार रुपये यातायात खर्च के एवज में अनुदान का प्रावधान है।
पराली प्रबंधन अपनाने वाले किसानों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
उपायुक्त ने फसल प्रबंधन के लिए किसान को जीपीए लोकेशन के साथ फोटो भी विभाग को दिखानी होगी। जो किसान पराली को मिट्टी में मिलाने का कार्य करेंगे, वह किसान प्रत्येक एकड़ में पराली का प्रबंधन करते हुए जीपीएस लोकेशन वाली तस्वीरों का रिकॉर्ड अपने पास रखेंगे। पोर्टल पर पंजीकृत किसानों द्वारा किए गए पराली प्रबंधन के कार्य का सत्यापन ग्राम स्तरीय कमेटी द्वारा किया जाएगा। इसके पश्चात जिला स्तरीय कमेटी के अनुमोदन के बाद किसानों को प्रोत्साहन राशि का लाभ दिया जाएगा।