मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर तुरंत दर्ज करवाएं फसल का विवरण: लखविंद्र सिंह

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। टीम बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने एक प्रेस बयान में कहा कि जिन किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का विवरण अभी तक दर्ज नहीं करवाया है, वह अपना विवरण तुरंत दर्ज करवाएं। हरियाणा में कई जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसमें सिरसा जिले के कई गांवों की फसल, मकान बाढ़ से डूब गए हैं। औलख ने कहा कि जिन किसानों की फसल का नुकसान हुआ है, वह क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपना नुकसान दर्ज करवा सकते हैं, लेकिन उसके लिए हर उस किसान की फसल का विवरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज होना जरूरी है। औलख ने किसानों से अपील की सभी अपनी फसल का विवरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज करवाएं, जिससे कि किसानों को मुआवजा लेने में कोई दिक्कत ना हो और ना ही सरकार बहानेबाजी से किसानों को मुआवजे से वंचित रख सके। बाढ़ से फसलों के साथ-साथ जिन किसानों के मकान, ट्यूबवैल, ट्रैक्टर या कोई अन्य नुकसान हुआ है, वह संबंधित तहसील में जाकर अपने नुकसान की भरपाई के लिए आवेदन करें। सिरसा क्षेत्र के उन सभी योद्धाओं को सैल्यूट है, जिनकी बदौलत सिरसा शहर और गांव बाढ़ से बच सकें। जिन्होंने दिन-रात घग्घर नदी के बांधों पर अपनी सेवाएं दी। अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ बांधों पर मिट्टी डाली। भाईचारे का परिचय देते हुए सभी ने मिलकर बांधों को बचा कर रखा। दिल्ली किसान आंदोलन की तर्ज पर लंगर व खाने-पीने की सेवाओं में भी सब ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। बांधों पर डटे हुए सेवादारों के लिए लंगर व खाने-पीने की कोई कमी नहीं छोड़ी। गुरुद्वारा चिल्ला साहिब से जत्थेदार बाबा जगतार सिंह कारसेवा वालों की ओर से भी लंगर की सेवाएं निरंतर चलती रहीं। औलख ने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि जिन किसानों ने घग्गर के बांधों पर, अपने गांव या घरों को बचाने के लिए ट्रैक्टर ट्रालियों से मिट्टी डाली है, उन सभी किसानों को डीजल का खर्च दिया जाए। जहां-जहां से घग्गर नदी का बांध टूटा है, वहां गहरे गड्डे हो गए हैं, उनको प्रशासन खुद समतल करवाए, जिससे कि किसान अपनी फसल बीज सके।