गोबिंद कांडा ने गोशाला को दी एक लाख रुपये की धनराशि

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा के अनुज वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा सिरसा विधानसभा क्षेत्र के गांव चौबुर्जा स्थित श्रीकृष्ण परनामी गोशाला में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने गोशाला के लिए एक लाख रुपये और स्कूल में वॉटर टैंक निर्माण के लिए दिए 51 हजार रुपये की धनराशि दी। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि विधायक गोपाल कांडा के कोष से गोशाला में एक विशाल शैड का निर्माण करवाया जाए। उन्होंने रिबन काटकर इंटरलॉक सडक़ का उदघाटन किया। ग्रामीणों ने उन्हें एक मांगपत्र भी सौंपा।
रिबन काटकर गोबिंद कांडा ने किया इंटरलॉक सडक़ का उदघाटन
वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा अपने सहयोगी हलोपा प्रदेश सचिव कृष्ण लाल सैनी,हरमंदर सिंह मराड, नवदीश गर्ग, नरेंद्र कटारिया, विधायक के पीए हरिप्रकाश शर्मा, लक्ष्मण गुज्जर, सुरेंद्र दत्त आदि गोशाला पहुंचे। जहां पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर विशाल उत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर गोशाला के प्रधान सौरभ नांदेवाल, सरपंच सुनील कुमार, पूर्व सरपंच इंद्राज सिंह, पूर्व सरपंच रगड़ी जगजीत सिंह, पूर्व सरपंच शहीदांवाली सुखदेव सिंह, सरपंच सीताराम शहीदांवाली, नंबरदार अशोक कुमार, जंग सिंह, रामलाल, हरदयाल सिंह नांदेवाल, इशू कुमार लूना, मदनलाल मास्टर, मुकेश सैनी, राजेश नांदेवाल, सुरेंद्र कुमार सैनी, अजीत सिंह सिहाग धर्मपाल भांभू धिंगतानियां आदि ने उनका स्वागत किया। उन्होंने रिबन काटकर इंटरलॉक सडक़ का उदघाटन किया। उन्होंने गोशाला को चारे के लिए एक लाख रुपये की धनराशि भेंट की साथ ही स्कूल में पीने के पानी के टैंक निर्माण के लिए 51 हजार रुपये भेंट किए। साथ ही कहा कि विधायक गोपाल कांडा के कोष से विशाल शैड़ का निर्माण करवाया जाएगा।
चौबुर्जा पंचायत की ओर गोबिंद कांडा के समक्ष पानी की समस्या उठाई गई। फलडी चैनल जो धिंगतानियां, चौबुर्जा, शहीदांवाली, मंगाला, सलारपुर, रंगडी के साथ लगता है उसे तुरंत प्रभाव से चालू करवाया जाए। साथ ही कहा कि उनके गांव में पीने के पानी की बड़ी समस्या है, वाटर वक्र्स में केवल एक ही टंकी है जो गांव की आबादी को देखते हुए बहुत ही छोटी है ऐेसे में पानी का एक और टैंक बनवाया जाए। गोबिंद कांडा ने कहा कि जल्द ही इस समस्या का समाधान करवाया जाएगा। इसके साथ ही अन्य कई मांगों को उन्होंने मौके पर ही पूरा किया। बाद में गोबिंद कांडा और उनके साथ आए अतिथियों को पटका पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।