भक्त के वश में ही होते हैं भगवान: जयदेव दाधिच शास्त्री

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। शहर के कंगनपुर रोड स्थित फौजी चौक पर श्री राधे कृष्णा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित की जा रही संगीतमयी श्री राम कथा के 8वें दिन कथावाचक जयदेव दाधिच शास्त्री ने बताया कि प्रभु श्री राम, लखन और सीता वन में मां गंगा को पार करते हैं। उस समय केवट से मिलन होता है और केवट ने श्री राम के चरण धोकर अपने जीवन को कृतार्थ किया। उन्होंने बताया कि भगवान भक्त के वश में होता है, जैसे भक्त कहता है वैसे भगवान करते हैं। उसके बाद में भगवान पंचवटी में जाते हैं, वहां शूर्पणखा अपनी शादी का प्रस्ताव लखन के समक्ष रखती है, लेकिन जिदद् करने पर लखन उसके नाक-कान काट देते हंै। उसके बाद रावण पापी दुराचारी मरीच को सोने का मृग बनाकर भेज देता है और सीता उस मृग को देखकर उस पर मोहित हो जाती है। सीता ने श्रीराम से कहा मुझे यह मृग चाहिए। भगवान राम उसे मृग को लाने के लिए जाते हैं और उनके पीछे लखन भी चले जाते हैं। उसके बाद पापी दुराचारी रावण ने आकर छल से सीता का हरण किया और जब सीता को लेकर जाते हैं तो गिद्ध राज जटायु ने उनकी रक्षा की, लेकिन पापी रावण ने उनके भी पंख काट दिए। रावण मां सीता को अशोक वाटिका में अशोक वृक्ष के नीचे बैठा देते हैं।
आज की कथा में विधायक शीशपाल केहरवाला, मोहित शर्मा, कमल शर्मा, परीक्षित शर्मा, बाबा बालक नाथ मंदिर के मुख्य सेवा दार सुरेश, श्री सालासर मंदिर धाम प्रधान गोपाल सर्राफ , श्री रामदेव मंदिर के मुख्य सेवा दार मुकंद लाल, श्री त्याग मूर्ति ब्राह्मण महासभा प्रधान सुभाष, जगदीश शर्मा फौजी, श्री कृष्ण गौशाला फरवाई कलां से कृष्ण स्वामी, महेंद्र सोनी ऐलनाबाद, दीप खोड भुरटवाला का श्री राधे कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों ने स्वागत किया। इस मौके पर ट्रस्ट प्रधान माया चोयल, उपप्रधान बलजिंद्र जोसन, संध्या सुखरालिया, मूर्ति वर्मा, विमला शर्मा, इंदु देवी, अंजू शर्मा, सरोज चोयल, अरुण चोयल, सुशील कुमार, विनोद शर्मा, सिंगारा देओल, बलवंत मोरक, देवीलाल सोनी उपस्थित थे।