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हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के चुनावों को लेकर सरकार की मंशा ठीक नहीं: सुखविंद्र सिंह खालसा

 
Haryana

सिरसा। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के चुनावों को लेकर सरकार की मंशा ठीक नहीं है। वोटिंग लिस्ट में सरकार के इशारे पर भारी धांधली की गई है। सरकार ने हाल ही में बनाई जा रही सिख संगत की वोटों में से आधे से अधिक वोटें फर्जी बनाकर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों में हस्तक्षेप का कुप्रयास किया है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उक्त बातें हरियाणा सत्कार सभा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह खालसा ने गुरुद्वारा दसवीं पातशाही में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। सुखविंद्र सिंह ने बताया कि हरियाणा में सिख समाज की कुल 5 से 6 लाख वोटें हंै।

हाल ही में सरकार की ओर से सिख समाज के लोगों की वोटर सूचियां तैयार की गई है, जिसमें आधे से अधिक वोट फर्जी है। खालसा ने बताया कि अभी 2 से ढाई लाख वोटें बनी है, लेकिन उनमें से आधे से अधिक वोट फर्जी हंै। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन थी कि जो व्यक्ति सिखी का ज्ञाता होगा, कैशधारी होगा और गुरुगं्रथ साहिब को समर्पित होगा, उसे ही वोट बनवाने का अधिकार है, लेकिन सरकार ने अफसरशाही को आदेश देकर ऐसे लोगों के वोट बना दिए, जो सिखी नहीं है और दूसरे धर्मों को भी मानते हंै।

हालांकि चुनाव कमिश्नर की ओर से भी यही हिदायतें दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी सरकार ने अपनी मनमानी जारी रखी। सुखविंद्र सिंह खालसा ने कहा कि सरकार अपने नुमाइंदे प्रबंधन कमेटियों में लाकर गुरुघरों की पवित्रता को भंग करना चाहती है, जिसे सिख समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार गुरुद्वारों का प्रबंधन अपने हाथों में लेना चाहती है, जैसा कि अंग्रेजों के राज में हुआ था, लेकिन जागरूत सिख समाज सरकार की इस मंशा को कभी कामयाब नहीं होने देगा। खालसा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसी भी कीमत पर इन वोटर लिस्टों के माध्यम से चुनाव नहीं होने देंगे। उनकी मांग है कि इन सभी वोटर लिस्ट को रोका जाए और नए सिरे से वोटर लिस्ट बनाई जाए, ताकि सिख समाज के लोगों की ही वोटर लिस्ट में शामिल किया जा सके। अगर सरकार के इस फैसलेके खिलाफ सिख समाज को हाईकोर्ट भी जाना पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।