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5वें दिन कथा व्यास ने कृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन, श्रोता हुए भाव विभोर

 
Katha Vyas

Mhara Hariyana News, Sirsa

 सिरसा। वार्ड नं. 1 श्री बद्रीनाथ मंदिर उत्तराखंड समाज धर्मशाला में आयोजित सप्त दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास आचार्य ओमप्रकाश ध्यानी ने भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं और रासलीला का भावपूर्ण वर्णन किया। कथा व्यास ने कृष्ण जन्म कथा के बाद कथा को आगे बढ़ाते हुए पूतना वध, यशोदा मां के साथ बालपन की शरारतें, भगवान श्रीकृष्ण का गो प्रेम, कालिया नाग मान मर्दन, माखन चोरी गोपियों का प्रसंग सहित अन्य कई प्रसंगों का कथा के दौरान वर्णन किया। कंस का आमंत्रण मिलने के बाद भगवान श्री कृष्ण बड़े भाई बलराम जी के साथ मथुरा को प्रस्थान करते हैं। कथा व्यास ने बताया कि भागवत कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। कलयुग की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कलयुग में मानस पुण्य तो सिद्ध होते हैं। परंतु मानस पाप नहीं होते। कलयुग में हरी नाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है। कलयुग में ईश्वर का नाम ही काफी है सच्चे हृदय से हरि नाम के सुमिरन मात्र से कल्याण संभव है।  

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 आचार्य ओम प्रकाश ध्यानी ने कहा कि भगवान कृष्ण के पैदा होने के बाद कंस उसको मौत के घाट उतारने के लिए अपनी राज्य की सर्वाधिक बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है। पूतना वेश बदलकर भगवान श्रीकृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाने का प्रयास करती है। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण उसको मौत के घाट उतार देते हैं। उसके बाद कार्तिक माह में ब्रजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन का कार्यक्रम करने की तैयारी करते हैं। भगवान कृष्ण द्वारा उनको भगवान इंद्र की पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन महाराज की पूजन करने की बात कहते हैं। इंद्र भगवान उन बातों को सुनकर क्रोधित हो जाते हैं। वह अपने क्रोध से भारी वर्षा करते हैं। जिसको देखकर समस्त ब्रजवासी परेशान हो जाते हैं। भारी वर्षा को देख भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर उठाकर पूरे नगरवासियों को पर्वत को नीचे बुला लेते हैं। जिससे हार कर इंद्र एक सप्ताह के बाद वर्षा को बंद कर देते हैं। जिसके बाद ब्रज में भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन महाराज के जयकारे लगाने लगते हैं।  श्रीमद् भागवत कथा के दौरान संगीतज्ञ  आचार्य कुलदीप भारद्वाज, आचार्य   कृष्ण उपाध्याय व आचार्य अशोक अमडोला  द्वारा बीच-बीच में सुनाए गए भजन पर श्रोता भाव विभोर हो गए। पान सिंह नेगी, हवा सिंह भाकुनी, रमेश भट्ट आज की कथा में यजमान थे जबकि महिला कीर्तन मंडली, कीर्तिनगर व नारा देवी मुख्य रूप से उपस्थित हुई। कथा में वार्ड नं. 3 न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से समाजसेवी सोहन लाल मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए। सभा पदाधिकारियों ने सभी का स्वागत किया और कथा व्यास आचार्य ओमप्रकाश ध्यानी से सभी ने आशीर्वाद लिया।