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श्री बाबा तारा जी कुटिया परिसर में श्रद्वापूर्वक मनाया लोहडी का पर्व

गोबिंद कांडा और धर्मपत्नी सरिता कांडा ने की पूजा-अर्चना, सभी को दी बधाई व शुभकामनाएं
 
 
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सिरसा। शनिवार  रात रानियां रोड स्थित श्री बाबा तारा जी कुटिया (श्री तारकेश्वर धाम) परिसर में लोहडी का पर्व श्रद्वापूर्वक एवं हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। मूंगफली, रेवडी, गज्जक का प्रसाद अग्नि को समर्पित करते हुए सभी की सुख-शांति समृद्धि की कामना की गई। सभी ने एक-दूसरे को लोहडी और मकर संक्रांति की शुभकमनाएं दी। मौजूद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।


इस अवसर पर श्री बाबा तारा जी कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा, उनकी पत्नी सरिता कांडा विधिवत रुप से लोहडी की पूजा अर्चना की, पंडित कमल शर्मा और पंडित सुभाषचंद तिवारी  ने विधिवत रुप से पूजा अर्चना संपन्न करवाई। इसके बाद गोबिंद कांडा, सरिता कांडा, संगीता कांडा, धैर्य कांडा, एमडी पूनम सेठी, अलिशबा, लाभांशी, सेवक जयनंदन, नीरज गर्ग, विदुषी गर्ग, रवि मेहता, सुशील शर्मा, हरिप्रकाश शर्मा, लक्ष्मण गुज्जर,  विजय यादव, मनदीप सिंह आदि ने परिक्रमा करते हुए मूंगफली, रेवडी, गज्जक का प्रसाद अग्नि को समर्पित किया। उन्होंने सभी की सुख-शांति समृद्वि की कामना की। इसके बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया।


इस मौके पर प्रदेश व देशवासियों को लोहडी व मकर संक्रांति की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए गोबिंद कांडा ने कहा कि ऐसी मान्यता है कि भगवान सूर्य आज के ही दिन अपने पुत्र शनिदेव से मिलने उनके घर जाते हैं। शनिदेव मकर राशि के स्वामी है। ऐसे में इस दिन को मकर संक्रांति के रुप में जाना जाता है। इस दिन दान करना सबसे पुण्य कार्य माना गया है। हर व्यक्ति अपनी स्थिति के अनुसार यथायोग्य दान करता है। उन्होंने  कहा कि लोहड़ी भगवान सूर्य की पूजा का एक त्योहार है।  इस दिन लोग सूर्य देव को नए फसलों के लिए धन्यवाद देते हैं और उनकी कृपा की कामना करते हैं।  एक अन्य मान्यता के अनुसार लोहड़ी दुल्ला भट्टी की कहानी से जुड़ा हुआ है।  उन्होंने सभी की सुख-शांति समृद्वि की कामना की।