गांव सिकंदरपुर का मोनू कंबोज एक्शन डायरेक्टर से चमका रहा सिरसा का नाम

Mhara Hariyana News, Sirsa, सिरसा। कहते हैं कि मां के पेट से कोई सीखकर नहीं आता, लेकिन शौक, जुनून, जज्बा व्यक्ति को कहां से कहां पहुंचा दे, कोई नहीं जानता। यही कुछ किया जिले के गांव सिकंदरपुर निवासी मोनू कंबोज ने, जिसने अपने शौक को जुनून में बदलते हुए बहुत कम समय में वो मुकाम हासिल किया है, जिसे कोई भी हासिल करना तो दूर, इसके बारे में सोच भी नहीं सकता। मोनू कंबोज ने अपने शौक को अमलीजामा पहनाते हुए माता-पिता के साथ-साथ ग्रामीणों के सिर को भी गर्व से ऊंचा कर दिया है।
एक साधारण परिवार में 29 अक्तूबर 1991 को जन्मे मोनू कंबोज के परिवार में उसके माता शाली रानी, पिता प्रेमचंद कंबोज व एक बड़ा भाई सोनू कंबोज है। परिवार खेतीबाड़ी करता है। मोनू कंबोज ने पढ़ाई के बाद पंजाब के तरणतारण रेसलिंग एकेडमी से कुश्ती का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद करीब डेढ़ से दो साल तक पटियाला में कुश्ती कोच वलविंद्र सिंह के रहनुमाई में कुश्ती के गुर सीखे।
मोनू कंबोज शुरू से ही बेजोड़ आकर्षक शरीर व व्यक्तित्व का धनी रहा है। कुश्ती के गुर सीखने के बाद मोनू कंबोज शुरू से ही एक्शन फिल्मों का शौकीन रहा है। मोनू कंबोज को सर्वप्रथम सिरसा निवासी भाई कशमीर कंबोज ने सिरसा में एक सभ्याचार कार्यक्रम में आमंत्रित किया था। इन्हीं एक्शन फिल्मों को देखकर उसके मन में आया कि क्यों न इस फिल्ड में ही भाग्य आजमाया जाए।
2015 में वह इसके लिए चंडीगढ़ एकेडमी में चला गया। यहां उसने अपने शौक को हकीकत में बदलते हुए बहुत कम समय में ऐसा कारनामा कर दिया, जिसे देखकर बड़े-बड़े कलाकार सोचने पर मजबूर हो जाते हंै। किसी ने तो क्या स्वयं मोनू कंबोज ने भी नहीं सोचा था कि उसका शौक एक दिन उसे इतने बड़े मंच पर लाकर खड़ा कर देगा। मोनू कंबोज द्वारा निर्देशित हाल में 9 जून को रिलीज हो रही मोड़ मूवी का ट्रेलर पंजाबी सिनेमा में काफी धूम मचा रहा है।
इन फिल्मों को किया एक्शन डायरेक्टर के तौर पर निर्देशित:
साब बहादुर, उच्चा पिंड, चन्ना मेरया, लेख, जिला संगरूर, कैरी ऑन जट्टा, अवसर, वारदात, नौकर वोटी दा, मैरिज पैलेस, कदे हां-कदे ना, बधाइयां जी बधाइयां, किस्मत पुवाड़ा, अड़ब मुटियारा, लांग-इलायची, लांग - इलायची-2, जोड़ी सहित 50 से अधिक पंजाबी व हिंदी फिल्मों को बतौर एक्शन डायरेक्टर निर्देशित कर चुका है।