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छात्र संगठनों ने भाजपा नेताओं को सौंपा मांग पत्र

 
Sirsa news



सिरसा। छात्र संगठनों ने शनिवार को चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में चल रही गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर भाजपा संगठन मंत्री रविन्द्र राजू एवं भाजपा प्रदेश मंत्री सुरेंद्र आर्य को मांग पत्र सौंपा।

इस मौके पर छात्र नेता प्रवीण अत्री एवं सुमित मेहता ने बताया कि सीडीएलयू प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों के रिजल्ट में गड़बड़ी एवं यूनिवर्सिटी में की गई भर्तियों में गोलमाल किया है, जो कि सरासर गलत है। पिछले 2 साल से सभी विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

कुलपति डा. अजमेर सिंह मलिक और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने विद्यार्थियों को खून के आंसू रुलाया है। यूनिवर्सिटी रिजल्ट ब्रांच द्वारा 2 साल में जारी किए गए रिजल्ट एवं भर्तियों में की गई गड़बड़ी की बारीकि से जांच की जानी चाहिए।

छात्र संगठन नेताओं ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर इस मुद्दे पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया तो छात्र संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। इस मौके पर छात्र नेता शहीद ए-आजम प्रवीण अत्री, दीप-306, राजेंद्र, रवि छिंपा, जगदीप कुमार, अजय, चौधरी, गौरव, विशाल, नीरज, तेजवीर, नवदीप, विश्वदीप, लवप्रीत, शेखर, विजय अरोड़ा, राजेंद्र, अमन, संग्राम, पवन, आजाद, मनजीत, अंग्रेज, शिक्षा चौधरी, सतबीर साहनी, प्रेमचन्द, मनदीप सोनी, जितेंद्र जोगी, सुभाष, प्रिंस सोनी एवं छात्र नेता सुमित मेहता भी उपस्थित रहे।


ये है समस्याएं:
छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी में चक्कर कटवाने एवं पैसा वसूली करने व यूनिवर्सिटी के प्रशासन द्वारा 2 साल में रिजल्ट ब्रांच द्वारा जारी किए गए रिजल्ट एवं भर्तियों बारे बताया कि दिसंबर-2021 को परीक्षाओं का जो परिणाम विश्वविद्यायलय द्वारा जारी किया गया था, उसमें बहुत सी खामियां देखने को मिली जैसे कि आरएलए-एबी, जीरो-जीरो अंक, पास को फैल, प्रतिशत एवं कुल अंक न देना एवं इसके बाद हाथ से तैयार परिणाम जारी किए गए, जो कि हरियाणा कि किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं है।

आज भी रिजल्ट को लेकर वि‌द्यार्थी विश्वविद्यायलय के चक्कर काट रहे हैं।।  दिसंबर-2022 की परीक्षाओं का परिणाम भी 2021 के परिणाम की तरह ही देखने को मिला।

पिछले 2 वर्षों से किसी भी विद्यार्थी कि डिग्री नहीं दी गई। रिवैल्युएशन एवं रि-अपीयर के जो फार्म ऑनलाइन भरे जाते थे, अब उन्हें विश्वविद्यायलय द्वारा ऑनलाइन कि बजाय ऑफलाईन किया जा रहा है और ऑफलाइन पैसों की वसूली की जा रही है।