जेसीडी विद्यापीठ के विद्यार्थी अब अंतर्राष्ट्रीय डिग्रियां भी कर सकेंगे प्राप्तः डा. ढींडसा
जे.सी.डी. विद्यापीठ एवं कनाडा के सेनेका इंटरनैशनल के बीच हुआ अनुबंध
सिरसा: जेसीडी विद्यापीठ सिरसा ने सेनेका इंटरनेशनल कनाडा के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं। जिसके अंतर्गत जेसीडी इंस्टिटयूट ऑफ़ बिजनेस मैनेजमेंट के बीबीए के छात्र अपने अध्ययन का एक भाग विद्यापीठ व दूसरा भाग कनाडा में कर सकेगें। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने बताया कि 6 दिसंबर 2023 को दिल्ली में सेनेका इंटरनेशनल कनाडा के अध्यक्ष डा. डेविड एग्न्यू व जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा के द्वारा एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। इस अवसर पर उनके साथ जेसीडी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. सुधांशु गुप्ता, जेसीडी इंस्टिट्यूट ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट की प्राचार्या डॉ. हरलीन कौर तथा सेनेका कॉलेज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
प्रोग्राम का विवरण देते हुये डॉ. ढींडसा ने बताया कि इस प्रोग्राम के अन्तर्गत बीबीए के छात्र प्रथम वर्ष की शिक्षा जे.सी.डी. विद्यापीठ में ग्रहण करेगें तत्पश्चात आईईएलटीएस पास करने के बाद उन्हें सेनेका काॅलेज टोरंटो कनाडा में बीबीए के द्वितीय वर्ष में प्रवेश मिल जायेगा। द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष की पढ़ाई सेनेका काॅलेज टोरंटो में होगी। जिसे पास करने के बाद विद्यार्थियों को सेनेका इंटरनेशनल कैनेड़ा की डिग्री प्रदान की जायेगी। डा. ढीड़सा ने बताया कि विद्यार्थियों को विद्यापीठ में ही आईईएलटीएस की कोचिंग का प्रबन्ध कर दिया गया है।
डा. ढींडसा ने आगे बताया कि इन विद्यार्थियों को सेनेका इंटरनेशनल टोरंटो के द्वारा बीबीए की डिग्री प्रदान की जायेगी। समझौते के अनुसार बीबीए पास करने वाले सभी विद्यार्थियों को कनाडा में काम करने के लिए तीन वर्ष का वर्क परमिट मिलेगा। उन्होंने आगे बताया कि इस प्रोग्राम का सूक्ष्म विवरण तैयार करने के लिए सेनेका इंटरनेशनल के निदेशक 12 फरवरी को जेसीडी विद्यापीठ सिरसा में आयेगें जहां समझौते का पूरा ब्यौरा तैयार किया जायेगा। डा. ढींडसा ने बताया कि उनकी कोशिश है कि इस समझौते के तहत 20 जुलाई 2024 से ही दाखिले शुरू कर दिये जायेगें। उन्होंने बताया कि कैनेडियन ब्यूरो फॉर इंटरनेशनल एजुकेशन के आंकड़ों से पता चलता है कि कनाडा के लगभग 34 प्रतिशत अंतर्राष्ट्रीय छात्र भारत से आते हैं। भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है, और हमारे छात्रों का इन साझेदारियों के तहत अध्ययन करने के लिए वहां जाना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण विकास अवसर को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह रिश्ता न केवल हमारे संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा बल्कि भारत और कनाडा के बीच दीर्घकालिक शैक्षिक संबंध को भी मजबूत करेगा।
इस अवसर पर काॅलेज की प्राचार्य डा. हरलीन कौर ने विद्यापीठ के महानिदेशक से आग्रह किया कि इसी प्रकार का कार्यक्रम एमबीए के छात्रों के लिये भी करवाया जाये ताकि उनको भी इसका लाभ मिल सकेगें।