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गुरु ग्रंथ साहिब के महानतम विचारों की तुलना किसी से नहीं की जा सकती: संत बाबा गुरमीत सिंह

 
गुरु ग्रंथ साहिब के महानतम विचारों की तुलना किसी से नहीं की जा सकती: संत बाबा गुरमीत सिंह

सिरसा। गांव तिलोकेवाला में श्री गुरुद्वारा निर्मलसर साहिब में सचखंड वासी संत बाबा मोहन सिंह मतवाला की 32वीं पुण्यतिथि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के अवतार दिवस को समर्पित की गई। इस मौके पर 132 श्री अखंड पाठों व विशाल संत गुरमत समागम व संतों के दीवान सजाए गए। इस कार्यक्रम के आयोजक गुरुद्वारा निर्मलसर साहिब तिलोकेवाला के मुख्य सेवादार संत बाबा गुरमीत सिंह उपाध्यक्ष हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की देखरेख में किया गया। उन्होंने कहा कि गुरुग्रंथ साहिब के महानतम विचारों की तुलना किसी अन्य ग्रंथों से व किसी व्यक्ति से नहीं की जा सकती। इस ग्रंथ में सिखों के दसों गुरुओं का स्वरुप बसा हुआ है। जोकि सीधे सचखंड के साथ जोडऩे का काम करता है। कार्यक्रम में पहुंची सांसद सुनीता दुग्गल ने शब्द कीर्तन कर श्रद्धालुओं को निहाल किया। दुग्गल ने कहा कि धार्मिक समागम समाज कल्याण के लिए आयोजित होते हैं, जिससे व्यक्ति अपने स्वार्थी स्वभाव को छोडक़र एक दूसरे से मिलजुल कर धार्मिक प्रवृति को गृहण करता है। उन्होंने कहा कि हमें संत महापुरषों के जीवन से प्ररेणा लेनी चाहिए। समागम को कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला व पूर्व विधायक बलकौर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा मोहन सिंह मतवाला ने अपना सारा जीवन गुरबाणी व संगतों की सेवा में लगाया है। जिन्होंने अपने तप के द्वारा इस स्थान को एक पवित्र स्थान बनाया। उन्होंने कहा कि श्री गुरुग्रंथ साहिब महाराज जी में संत शब्द को बहुत मान-सम्मान दिया गया है।

समागम में सिंह साहिब ज्ञानी जसवंत सिंह दरबार साहिब अमृतसर, संत बाबा अवतार सिंह धूलकोट वाले, संत बाबा टेक सिंह बुंगा मस्तुआना, संता बाबा भरपूर सिंह डेरा मलकाना, संत बाबा शिवानंद केवलए संत बाबा प्रीतम सिंह मलड़ीए संत बाबा दर्शन सिंह दादूए संत बाबा गुरपाल सिंह चोरमारए इंद्रजीत सिंह एग्जीक्यूटिव सदस्य एसजीपीसी अमृतसर, जगसीर सिंह मैबरए प्रकाश सिंह साहुवाला मैंबरए मुख्य सचिव दीनपुर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश चोपड़ा, अवतार सिंह मस्तुआना सहित अनेक संत महापुरूष मुख्य रूप से उपस्थित हुए। समागम में पहुंचे संत महापुरुषों व रागी जत्थों को एसजीपीसी के सदस्य संत बाबा गुरमीत सिंह तिलोकेवाला ने सिरोपा पहनाकर सम्मानित किया। समागम में बाहर से आए हुए रागी जत्थों, इलाके के ग्रंथी व संत-महापुरुषों ने गुरुओं की वाणी का गुणगान किया, जिसे श्रद्धालुओं ने ध्यानपूर्वक सुना। श्रद्धालुओं ने श्री गुरग्रंथ के समक्ष माथा टेका व आशीर्वाद लिया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में पंज स्नान किया। कार्यक्रम दौरान अमृत का बाटा भी तैयार किया गया। समागम के अंत में लंगर भी बरताया गया, जिसे हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया।