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नप के खिलाफ फिर लगाऊंगा आरटीआई: डॉ. अशोक तंवर

कहा, लोगों के खून पसीने की कमाई भ्रष्ट अधिकारियों को नहीं खाने देगी आप
 
 
Said, you will not let corrupt officials eat people's hard-earned money.

Mhara Hariyana News, Sirsa
सिरसा। आम आदमी पार्टी चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष और पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि नगरपरिषद सिरसा के भ्रष्ट अधिकारियों को सिरसा के लोगों की मेहनत की कमाई को यूं ही नहीं खाने दिया जाएगा और एक एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा।
वे शनिवार को अपने आवास पर नगर परिषद प्रशासन द्वारा उनकी आरटीआई को वापिस लौटाने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। डॉ. तंवर ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर नगरपरिषद कार्यालय में पिछले करीब 18 दिन पूर्व शहर में 10 करोड़ की लागत से होने वाले विकास कार्यों की जानकारी मांगी थी मगर अब उन जवाबों को देने की बजाए नप प्रशासन ने आरटीआई को कुछ ऐतराज के साथ वापिस भेज दिया है। उन्होंने प्रश्र किया कि यदि आरटीआई पर यदि नप प्रशासन को कुछ ऐतराज था तो उसी समय नप के कार्यकारी अधिकारी द्वारा उन्हें इसकी सूचना देनी चाहिए थी, मगर कागजी औपचारिकताओं के तौर पर समय बीताने का प्रयास किया जा रहा है।

डॉ. तंवर ने कहा कि 18 दिनों को बेजां नष्ट किया गया मगर वे किसी भी सूरत में शहरवासियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। डॉ. तंवर ने कहा कि नगरपरिषद
कार्यालय में भ्रष्टाचार का नंगा नाच जारी है जिसकी परतें वे हर हाल में उधड़ेंगे। पूर्व सांसद ने कहा कि लोगों की साधारण फाइलों को भी क्लीयर करने की एवज में मोटी राशि वसूली जाती है जिससे लोग परेशान हैं। लोगों की जब ये परेशानियां जब उन तक पहुंची तो उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर नप कार्यालय में जाकर आरटीआई के माध्यम से 38 बिंदुओं की जानकारी मांगी थी मगर नप इसके प्रति अभी भी उदासीन रवैया अपनाए हुए है।


डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि उन द्वारा जो आरटीआई मांगी गई थी, वह नप कार्यालय में जमीं भ्रष्टाचार की परतों को उधेडऩे की प्रारंभिक प्रक्रिया थी। इस आरटीआई से ही यह उजागर होना था कि आखिर 10 करोड़ की लागत से किन गलियों का विकास हो रहा है? मगर भ्रष्टाचार की परतें खुलने से पहले ही नगर परिषद प्रशासन में उनकी आरटीआई लौटा दी।

जवाब देने से कतरा रहे नप अधिकारी
अशोक तंवर ने आरोप जड़े कि नगरपरिषद अधिकारी जानबूझकर उनकी आरटीआई का जवाब नहीं दे रहे क्योंकि नप अधिकारियों को इस बात का खौफ है कि इसके जवाब देते ही उनका फंसना तय है। इसी के चलते उन्होंने आरटीआई को कागजी दांवपेंच में उलझाकर अपना जवाब देने से कतरा रहे हैं। उन्होंने चेताया कि वे फिर आरटीआई लगाएंगे और हर हाल में नप के भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे। डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि नगर परिषद द्वारा 18 दिनों बाद आरटीआई को बगैर जानकारी के वापिस लौटना संदेह पैदा करता है। उन्होंने प्रश्र किया कि नप अधिकारी बताएं कि आखिर वे कौन सा राज छुपाना चाहते हैं जो इतने अधिक लंबे दिनों तक उन्हें ऐतराज से वाकिफ नहीं करवाया?


कहीं अधिकारी तबादला न करवा लें
डॉ. अशोक तंवर ने अपनी महत्वपूर्ण आरटीआई के सिलसिले में संशय प्रकट किया कि आरटीआई का जवाब देने की बजाए कहीं अधिकारी अपना तबादला ही न करवा लें क्योंकि आरटीआई में बड़े खुलासे होंगे जो कई अधिकारियों की नौकरियों पर भी आंच ला सकते हैं।