नारी का मानवता के इतिहास में महत्व स्थान: जयंत प्रज्ञा
सिरसा।
जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ में जैन तेरापंथ की विदूषी जयंतप्रज्ञा एवं सन्मति प्रज्ञा के सान्निध्य में नारी जागृति विषय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। दो चरणों में विभक्त इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जयंत प्रज्ञा ने कहा कि नारी का मानवता के इतिहास में महत्व स्थान है। नारी के कारण ही राष्ट्रों का उत्थान व पतन हुआ है।
संस्कृति की धाराए फैली सिमटी हैं, धर्म का उत्कर्ष अपकर्ष और मानव मानव के बीच के संबंध सुधरे और बिगड़े हैं। अपने इतिहास को जानकारी में रखकर नारी अपने आंतरिक चक्षुओं को जाग्रत रखे, यह आज के युग में अपेक्षित है। समणी जी ने वैदिक, जैन व बौद्ध इतिहास के प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से नारी की वास्तविक जाग्रति के लिए प्रेरणा प्रदान की। समणी सन्मति प्रज्ञा ने अपने अभिभाषण में कहा कि नारी सशक्तिकरण से पूर्व नारी को आध्यात्मिक रूप से जाग्रत होना होगा।
एक समय था जब नारी बिना प्रोफेशनल डिग्रियों के भी समाज और राष्ट्र को सही दिशा देने में समर्थ थी।
आज समय ऐसा है कि शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहने वाली नारियां भी स्वयं को सही दिशा नहीं दे पाती। समाज व राष्ट्र तो दूर की बात, नारी को अपनी आध्यात्मिक चेतना जाग्रत रखनी होगी तभी उसके होने का उद्देश्य सफल हो सकेगा। कार्यक्रम के मुख्यातिथि प्रो. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि नारी को शिक्षित होना जरूरी है।
समाज की ओर कोई बेटी दहेज के कारण प्रताडि़त न हो। उन्होंने नारी शिक्षा और विवाह के लिए अपनी ओर से सहयोग देने की घोषणा की।
इस दौरान पदम गुजरानी ने मुख्यातिथि का परिचय दिया तो तेेरापंथ सभा के अध्यक्ष देवेंद्र डागा ने स्वागत अभिभाषण प्रस्तुत किया। युवक परिषद महिला मंडल ने मंगलाचरण का सहगान किया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में नारी जागृति पर आधारित जैन इतिहास की घटना चंदनाबाला का नाटक मंचित किया गया। नाटिका में स्थानीय तेरापंथ महिला मंडल की युवतियों, कन्याओं और ज्ञानशाला के विद्यार्थियों ने बखूबी अभिनय किया।
इन कलाकारों में दीपाली गोयल, गुजरानी परिवार से नीतू, वैयााली एवं मन्नत, गोलछा परिवार से प्रिया एवं अल्का, वैद परिवार से रूपाली, निहारिका एवं ओमीऊषा, सुराणा परिवार से वर्षा एवं वंदना, सुमन बोरड़, खुशी नाहटा, स्वीटी नोलखा व तमन्ना अग्रवाल थे।
इस अवसर पर तेरापंथ के सम्मानीय हनुमानमल गुजरानी, हरियाणा सभा के अध्यक्ष मक्खनलाल जैन, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष कुसुम जैन, युवक परिषद के अध्यक्ष आनंद सुराणा, अणुव्रत के अध्यक्ष रविंद्र जैन एडवोकेट ने भी अपने विचार रखे। सभा के मंत्री राजेश पुगलिया ने कार्यक्रम का संचालन किया।
इस अवसर पर अग्रवाल सभा के अध्यक्ष गौरव गोयल, सचिव राजकुमार, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गणेश सेठी, रमेश मेहता, भारत विकास परिषद के अनेक पदाधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के प्रायोजक स्थानीय तेरापंथ समाज की सभी संस्थाएं रही। कार्यक्रम का समापन समणीश्री के मंगलपाठ से हुआ।