यूथ वीरांगनाओं ने एड्स के प्रति किया जागरूक
सिरसा। यूथ वीरांगना संस्था की ओर से जेजे कॉलोनी में विश्व एड्स दिवस के माके पर एक सेमीनार आयोजित किया गया। संस्था सदस्या नीतू ने बताया कि एड्स का कारण है एचआईवी या ह्यूमन इम्युनोडिफेशिएंसी वायरस, ये वायरस शरीर के इम्युन सिस्टम पर हमला करता है और उसे इतना कमजोर कर देता है कि शरीर दूसरा कोई संक्रमण या बीमारी झेलने के काबिल नहीं बचता। एचआईवी ऐसा वायरस है, जिसका समय पर अगर इलाज नहीं किया गया तो ये आगे चलकर एड्स की बीमारी बन जाता है। इसका अभी तक कोई पुख्ता इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाओं के सहारे वायरल लोड को कम किया जा सकता है, जिससे शरीर का इम्युन सिस्टम मजबूत बना रहता है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, अब भी ये वायरस हर साल लाखों लोगों को संक्रमित कर रहा है। 2021 के आखिर तक दुनिया में 3.84 करोड़ लोग ऐसे थे, जो इस वायरस से संक्रमित थे, 2021 में दुनियाभर में 6.5 लाख लोगों की मौत का कारण एचआईवी ही था।
उन्होंनेबताया कि 2021 में भारत में एड्स के 62967 नए मामले सामने आए थे और 41968 लोगों की मौत हो गई थी। यानी हर दिन औसतन 115 मौतें। आंकड़े बताते हैं कि 2021 तक भारत में 24 लाख लोग एचआईवी संक्रमित थे। उन्होंने बताया कि यह वायरस असुरक्षित यौन संबंध बनाने और संक्रमित खून के संपर्क में आने से फैलता है। सही समय पर इसका इलाज न करवाने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के मुताबिक, एचआईवी से संक्रमित होने पर फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे बुखार होना, गला खराब होना या कमजोरी आना। इसके बाद इस बीमारी में तब तक कोई लक्षण नहीं दिखाई देते, जब तक एड्स न बन जाए। इस मौके पर मनदीप, रेखा, सुजाता, नीलम, अंशु सहित अन्य संस्था पदाधिकारी उपस्थित थीं।