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देशभर के 44% MLA दागी, दिल्ली में 53% के खिलाफ गंभीर केस दर्ज

 
देशभर के 44% MLA दागी, दिल्ली में 53% के खिलाफ गंभीर केस दर्ज

Mhara Hariyana News, New Delhi
देशभर में 44% MLA ऐसे हैं, जिनके खिलाफ criminal मामले दर्ज हैं। केरल में सबसे ज्यादा 70% MLA's ने अपने खिलाफ criminal मामले घोषित किए हैं। ये आंकड़े एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा किए गए एक हालिया विश्लेषण से सामने आए हैं। 

4,033 MLA's में से 4,001 के हलफनामों का विश्लेषण 
दरअसल, एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) द्वारा किए गए विश्लेषण में देशभर में राज्य विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों में मौजूदा MLA's के हलफनामों की जांच की गई। यह डेटा MLA's द्वारा उनके हालिया Election लड़ने से पहले दायर किए गए हलफनामों से निकाला गया था। विश्लेषण में 28 राज्य विधानसभाओं और दो केंद्र शासित प्रदेशों के मौजूदा 4,033 MLA's में से कुल 4,001 को शामिल किया गया।

विश्लेषण किए गए MLA's में से 1,136 या लगभग 28 प्रतिशत ने अपने खिलाफ गंभीर criminal मामले घोषित किए हैं। इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े गंभीर आरोप शामिल हैं।

इन राज्यों के ज्यादा MLA दागी
राज्यवार आंकड़े देखें तो केरल में 135 में से 95 MLA's यानी 70% ने अपने खिलाफ criminal मामले होने की जानकारी दी है। इसी तरह बिहार में 242 MLA's में से 161 (67%), दिल्ली में 70 में से 44 MLA (63%), महाराष्ट्र में 284 में से 175 MLA (62%), तेलंगाना में 118 में से 72 MLA MLA's (61 प्रतिशत) और तमिलनाडु में 224 MLA's में से 134 (60 प्रतिशत) ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ केस दर्ज होने की जानकारी दी है।

गंभीर criminal मामलों का सामना कर रहे यहां के एमएलए
इसके साथ ही एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली में 70 में से 37 MLA (53 प्रतिशत), बिहार में 242 में से 122 MLA (50%), महाराष्ट्र में 284 में से 114 MLA (40%), झारखंड में 79 में से 31 MLA (39%), तेलंगाना में 118 में से 46 MLA's (39%) और उत्तर प्रदेश में 403 में से 155 MLA's (38%) ने अपने खिलाफ गंभीर criminal मामले घोषित किए हैं।

रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ अपराधों से जुड़े परेशान करने वाले आंकड़े भी सामने आए। रिपोर्ट के अनुसार, कुल 114 MLA's ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों की घोषणा की है। इनमें से 14 MLA's के खिलाफ तो दुष्कर्म (आईपीसी धारा-376) से संबंधित मामले दर्ज हैं।

राज्य विधानसभाओं में प्रति MLA औसत संपत्ति 13.63 करोड़ 
विश्लेषण में criminal रिकॉर्ड के अलावा MLA's की संपत्ति की भी जांच की गई। राज्य विधानसभाओं में प्रति MLA औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपये पाई गई। हालांकि, दागी MLA's की औसत संपत्ति 16.36 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि बिना criminal मामलों वाले MLA's की औसत संपत्ति 11.45 करोड़ रुपये है।

 कर्नाटक के MLA सबसे ज्यादा पैसे वाले 
रिपोर्ट में MLA's की सबसे अधिक औसत संपत्ति और सबसे कम औसत संपत्ति वाले राज्यों के भी आंकड़े हैं। कर्नाटक 223 MLA's के लिए 64.39 करोड़ रुपये की औसत संपत्ति के साथ इस सूची में सबसे ऊपर है। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 174 MLA's के लिए औसत संपत्ति 28.24 करोड़ रुपये और महाराष्ट्र में 284 MLA's के लिए 23.51 करोड़ रुपये है। 

त्रिपुरा में MLA's के पास कम दौलत 
उधर 59 MLA's के लिए 1.54 करोड़ रुपये के साथ सबसे कम औसत संपत्ति वाला राज्य त्रिपुरा रहा। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 293 MLA's के लिए ये संपत्ति 2.80 करोड़ रुपये और केरल में 135 MLA's के लिए 3.15 करोड़ रुपये थी।

88 MLA अरबपति
विश्लेषण किए गए 4,001 MLA's में से 88 (दो%) अरबपति पाए गए, जिनके पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति थी। कर्नाटक में 223 में से 32 (14 प्रतिशत) MLA's के साथ अरबपतियों की संख्या सबसे अधिक है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश में 59 में से चार (सा %) और आंध्र प्रदेश में 174 में से 10 (छह%) हैं। महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में भी ऐसे MLA हैं जिनकी दौलत 100 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है।