आजाद को लेकर हुड्डा और सैलजा आमने सामने

Mhara Hariyana News, Delhi। कांग्रेस को अलविदा कह चुके वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को लेकर हरियाणा में पार्टी नेताओं के बीच विवाद गहरा गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से गुलाम नबी आजाद की मुलाकात के बाद पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सैलजा ने हाईकमान को चिट्ठी लिखी है। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आजाद के साथ बैठक को अपने निजी संबंध बताएं हैं और कहा है कि वे दोनों वर्षों से साथ काम करते रहे हैं।
कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा CWC मेंबर कुमारी सैलजा ने कहा कि जिस तरीके से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और गुलाम नबी आजाद के बीच मुलाकात होती है यह कहीं ना कहीं सही नहीं है और इस पूरे मामले को मैंने आलाकमान के सामने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि मैंने उनसे मांग की है कि इस मामले में संज्ञान लें क्योंकि मुलाकात का समय सही नहीं है,,अब गुलाम नबी आजाद कांग्रेस मे नही हैं।
सैलजा ने कहा कि जिस तरीके से गुलाम नबी आजाद ने पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ा, राहुल गांधी के खिलाफ कांग्रेस के खिलाफ उन्होंने बहुत सारी बातें बोली,, उसके बाद गुलाम नबी आजाद से जाकर मिलना यह कहीं ना कहीं हरियाणा और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज छोड़ता है। जिससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है ! कांग्रेस को इस पूरे मामले में संज्ञान जरूर लेना चाहिए !
उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी संबंधित नेताओं को इस मामले से अवगत कर दिया हैं अब पार्टी को देखना हैं!
वहीं पूर्वमुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कौन क्या कहता है मुझे नहीं पता कोई कुछ भी कहता है। उन्होंने कहा कि कहा- आजाद ने अचानक से पार्टी छोड़ी, उसके बारे में हमें कुछ नहीं बताया । इसलिए मुलाकात में हमने उनसे पूछा कि उन्होंने क्यों पार्टी छोड़ी।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने हमारी बात मानी, पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। गुलाम नबी आजाद और हम बरसो एक ही परिवार का हिस्सा रहे, ऐसे में उनसे मिला और पार्टी छोड़ने का कारण पूछा।
हुड्डा ने कहा कि वे गांधी परिवार के साथ हमेशा खड़ा था, खड़ा रहूंगा। फिलहाल हम 4 सितंबर की हल्ला बोल रैली की तैयारियों जुटे हुए हैं। रैली में हरियाणा से बड़े जनसैलाब की भागीदारी होगी।