कांग्रेस के कई नेताओं ने गुलाम नबी आजाद पर जताया भरोसा, कहा- बीजेपी के इशारों पर नहीं होगा काम

Mhara Hariyana News
कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद के करीबी विश्वासपात्र जी. एम. सरूरी ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर की पांच अगस्त 2019 से पहले की स्थिति की बहाली नई पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा होगी.
कांग्रेस के कई नेताओं ने गुलाम नबी आजाद पर जताया भरोसा, कहा- बीजेपी के इशारों पर नहीं होगा कामगुलाम नबी आजाद
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा के बाद जम्मू-कश्मीर में पार्टी के 8 नेताओं ने भी शुक्रवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया. कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता आजाद के इस्तीफा देने के फैसले से खुश नहीं हैं. कई राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आजाद ने पार्टी छोड़ दी, जिसके लिए अब उन्हें तमाम नेताओं की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कई नेताओं ने इस्तीफा के लिए उनका समर्थन भी किया है. इनमें जम्मू-कश्मीर के नेता भी शामिल हैं.
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष जीएम सरूरी ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के कई वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक और अन्य पार्टियों के लोग भी दिल्ली में गुलाम नबी आजाद के मुख्यालय में मौजूद हैं. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सरूरी ने बताया कि बातचीत चल रही है. कई नेताओं ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जबकि कई नेता जल्द अपना इस्तीफा सौंप देंगे. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो शुक्रवार को पार्टी छोड़ने वालों में पूर्व विधायक आर. एस, चिब, जुगल किशोर शर्मा और चौधरी मोहम्मद अकरम, मोहम्मद अमीन भट, गुलजार अहमद वानी, हाजी अब्दुल राशिद, जी. एम. सरूरी और नरेश गुप्ता शामिल थे.
एक अलग पार्टी का करेंगे गठन
इन नेताओं ने एक लैटर में कहा, ‘हम पूर्व मंत्रियों और जम्मू-कश्मीर की भंग विधानसभा के विधायकों ने कांग्रेस में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. हमने गुलाम नबी के सपोर्ट में पार्टी की मूल सदस्यता से भी अपना इस्तीफा पार्टी नेतृत्व को सौंप दिया है.’ गुलाम नबी ने कांग्रेस के साथ अपने दशकों लंबे संबंध को एक झटके में समाप्त कर दिया. कांग्रेस में रहने के दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के तौर पर कार्य किया था. हालांकि अब चर्चा है कि आजाद अपनी एक अलग पार्टी का गठन करेंगे.
‘बीजेपी के इशारे पर काम करने का सवाल नहीं’
कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद के करीबी विश्वासपात्र जी. एम. सरूरी ने शनिवार को कहा कि आजाद अपनी खुद की एक पार्टी शुरू करने वाले हैं और 15 दिन के अंदर इसकी पहली यूनिट जम्मू-कश्मीर में गठित कर दी जाएगी. सरूरी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की पांच अगस्त 2019 से पहले की स्थिति की बहाली पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा होगी. कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के कई प्रमुख नेताओं ने आजाद के समर्थन में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिनमें सरूरी भी शामिल हैं. सरूरी ने कहा कि उनके नेता वैचारिक रूप से धर्मनिरपेक्ष हैं और उनके बीजेपी के इशारे पर काम करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.