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लगातार 9वें साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों के साथ मनाई दिवाली

PM बोले-बिना ताकत के शांति असंभव:, कारगिल में कहा- हमने हमेशा युद्ध को अंतिम उपाय माना
 
pm sir
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Mhara Hariyana News, Sri Nagar।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narender Modi ने सोमवार को कारगिल में जवानों के साथ दिवाली मनाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिना सामर्थ्य के शांति कायम करना असंभव है। मोदी Narender Modi बोले- भारत हमेशा शांति के लिए खड़ा रहा है। हमने हमेशा युद्ध को पहला नहीं बल्कि अंतिम उपाय माना है, लेकिन हमारे सशस्त्र बलों के पास देश पर बुरी नजर रखने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत और रणनीति है।

प्रधानमंत्री Prime Ministe ने कहा-हम सिविलियन लोगों की दिवाली… हमारी आतिशबाजी अलग होती है। आपकी आतिशबाजी भी अलग और धमाके भी अलग होते हैं।

जवानों से बात करते हुए पीएम मोदी Narender Modi ने रामायण और महाभारत महाकाव्यों का हवाला दिया। बोले- यह भारतीय परंपरा है कि युद्ध चाहे लंका में हुआ हो या कुरुक्षेत्र में, अंतिम समय तक उसे टालने की ही कोशिश की गई। हम विश्व शांति के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा- आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है जो एक ‘संतुलन शक्ति’ है।

मोदी प्रधानमंत्री Prime Minister Narender Modi  बनने के बाद हर साल जवानों के साथ दिवाली मनाते आए हैं। 2014 में पहली बार उन्होंने सियाचिन में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी। यह लगातार 9वां साल है जब दिवाली पर मोदी जवानों के बीच दिवाली मनाने बॉर्डर पर पहुंचे हैं।

मोदी बोले- आप सब मेरा परिवार, आपके बीच आकर दिवाली की मिठास बढ़ जाती है
पीएम मोदी Prime Minister Narender Modi  ने जवानों से कहा, 'मेरे लिए तो वर्षों-वर्ष से मेरा परिवार आप ही सब हैं। मेरी दीपावली की मिठास आप के बीच बढ़ जाती है, मेरी दीपावली का प्रकाश आपके बीच है और अगली दिवाली तक मेरा पद प्रशस्त करता है। शौर्य की अप्रतिम गाथाओं के साथ ही हमारी परंपरा, मधुरता और मिठास भी अहम है। इसलिए भारत अपने त्योहारों को प्रेम के साथ मनाता है। पूरी दुनिया को उसमें शामिल करके मनाता है।'


दिवाली का मतलब- आतंक के अंत का उत्सव
PM मोदी Prime Minister Narender Modi  ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली का मतलब है- आतंक के अंत का उत्सव। यही कारगिल ने भी किया था। कारगिल में हमारी सेना ने आंतक के फन को कुचला था और देश में जीत की ऐसी दिवाली मनी थी कि लोग आज भी याद करते हैं। पाकिस्तान के साथ एक भी युद्ध ऐसा नहीं जहां कारगिल ने जीत का झंडा नहीं फहराया हो।

'मेरा सौभाग्य था कि मैं उस जीत का साक्षी बना था और मैंने उस युद्ध को करीब से देखा था। मैं यहां के अधिकारियों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे 23 साल पुरानी तस्वीरें दिखाकर वो पल मुझे याद दिलाए। देश के एक सामान्य नागरिक के तौर पर मेरा कर्तव्य मुझे जंग के मैदान तक ले आया था। हम जो भी मदद कर सकते थे, वही करने यहां आए थे। हम बस पुण्य कमाने आए थे।'

पीएम Prime Minister Narender Modi  मोदी ने कहा कि आप सीमा पर कवच बनकर खड़े हुए हैं तो देश के भीतर देश के दुश्मनों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो रही है..आतंकवाद, नक्सलवाद आदि जो जड़े बीते वर्षों में पनपी थी उसे उखाड़ने का सफल प्रयास देश निरंतर प्रयास कर रहा है। कभी नक्सलवाद ने देश के एक बड़े हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले लिया था, लेकिन आज वो दायरा सिमट रहा है।