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क्या बीजेपी तोड़ पाएगी कांग्रेस का सबसे अधिक सीट जीतने का रिकॉर्ड, पोल ऑफ पोल्स क्या कहते हैं

कांग्रेस को साल 1985 में राज्य में सबसे अधिक 149 सीटें मिली थी. क्या इस बार बीजेपी ये रिकॉर्ड तोड़ पाएगी.
 
क्या बीजेपी तोड़ पाएगी कांग्रेस का सबसे अधिक सीट जीतने का रिकॉर्ड, पोल ऑफ पोल्स क्या कहते हैं
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Mhara Hariyana News


गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में जहां बीजेपी अपना किला बचाने की कोशिश में है तो वहीं विपक्ष एंटी इनकंबेंसी का फायदा लेकर सत्ता हासिल करने की होड़ में है. बीजेपी राज्य में 27 सालों से सत्ता में है. बीजेपी का गुजरात में काफी लंबा सफर रहा है. 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के बाद 1995 में हुए गुजरात विधान सभा चुनाव में बीजेपी केशुभाई पटेल के चेहरे को आगे कर मैदान में उतरी और कांग्रेस का सफाया कर दिया. यहीं से बीजेपी का गुजरात में एकतरफा राज कायम है.

पीएम मोदी की गुजरात की राजनीति में बतौर मुख्यमंत्री साल 2001 में एंट्री होती है. गुजरात के बड़े हिस्से में आए भीषण भूकंप के बाद राज्य सरकार की आलोचना होने लगी. निशाने पर  केशुभाई पटेल  थे. तभी बीजेपी आलाकमान ने मुख्यमंत्री पद पर केशुभाई पटेल की जगह पीएम मोदी को मुख्यमंत्री बना दिया.

2002 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली 127 सीटें

राज्य पर मोदी और बीजेपी का पूर्ण नियंत्रण तब हुआ जब पार्टी ने साबरमती एक्सप्रेस में आग और गुजरात दंगों के बाद 2002 के विधानसभा चुनावों में भारी सीटों से जीत हासिल की. 2002 में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने राज्य में 182 में से 127 सीटें (49.8% वोट) जीतीं. यह गुजरात में बीजेपी का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. कांग्रेस इस चुनाव में 51 सीटों पर सिमट गई.

2007 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली 117 सीटें

2007 में, गोरधन ज़दाफिया जैसे कई वरिष्ठ नेताओं के अलग होने के बावजूद मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता में फिर लौट आई. 2002 के दंगों के दौरान ज़दाफिया गृह राज्य मंत्री थे. इस चुनाव में कांग्रेस के 59 सीटें मिली तो वहीं बीजेपी की संख्या 117 सीटों (49.12% वोट) पर आ गई.

2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली 115 सीटें

2012 के चुनावों में भी बीजेपी ने मोदी के नेतृत्व में जीत की हैट्रिक लगाई और 115 सीटों पर जीत हासिल की. कांग्रेस को 2012 में 2007 के मुकाबले दो सीटों का फायदा हुआ और वो राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से  61 पर जीत हासिल कर पाई.

2014 में मोदी बने प्रधानमंत्री
2014 में, मोदी पीएम के रूप में दिल्ली चले गए, और गुजरात सरकार की बागडोर उनकी विश्वासपात्र आनंदीबेन पटेल को सौंप दी गई. तब से, राज्य नेतृत्व ने मोदी जैसे चेहरे का खालीपन भरने के लिए पार्टी संघर्ष करती दिख रही है. राज्य में कई सीएम बदले गए. 2015 के आरक्षण आंदोलन के बाद, आनंदीबेन की जगह विजय रूपानी को मुख्यमंत्री बनाया गया. इसके बाद आनंदीबेन की जगह विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाया गया .

2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन

पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन रहा. 2017 में बीजेपी 99 सीटें ही जीत पाईं. कांग्रेस 77 तक पहुंच गई, लेकिन कई विधायकों के दलबदल के कारण विधानसभा में 62 पर आ गई है.

इस बार सिर्फ सत्ता में नहीं रहना बल्कि प्रदर्शन भी बेहतर करना होगा

गुजरात में बीजेपी के लिए चुनौतियां कई हैं. अगले दो साल में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में बीजेपी पीएम मोदी के गृहराज्य में हर हाल में सबसे अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगी. वो न सिर्फ जीत हासिल करना चाहेगी बल्कि अपने 2017 के खराब प्रदर्शन को भी सुधारना चाहेगी, ताकि देशभर में एक संदेश जाए कि पीएम मोदी के गृह राज्य ने यह बता दिया है मोदी लहर देश में कायम है. 

क्या इस बार कांग्रेस का रिकॉर्ड तोड़ पाएगी बीजेपी

1980 के दशक में माधवसिंह सोलंकी द्वारा प्रस्तावित खाम (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी, मुस्लिम) गठबंधन पर सवार होकर, कांग्रेस ने 1985 में गुजरात विधानसभा में एक रिकॉर्ड बनाया था. कांग्रेस ने 1985 में 182 में से 149 सीटें जीतकर एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया था जो अब तक नहीं टूटा है. ऐसे में सवाल है कि क्या गुजरात में इस बार बीजेपी कांग्रेस का 149 सीटें जीतने का रिकॉर्ड तोड़ पाएगी. फिलहाल अलग-अलग ओपिनियन पोल में तो ऐसा होता नहीं दिख रहा लेकिन ऐसा हो पाएगा या नहीं ये तो आठ दिसंबर को आने वाले नतीजे ही बता पाएंगे.

सर्वे के नतीजे

एबीपी-सी वोटर सर्वे
एबीपी-सी वोटर सर्वे में राज्य में बीजेपी को बीजेपी- 131-139 सीटें, कांग्रेस को  31-39 सीटें, आप को  7-15 सीटें और अन्य को  0-2 सीटें मिलने का अनुमान है.

इंडिया टीवी - मैट्रिज ओपिनियन पोल
सर्वे के मुताबिक कुल 68 सीटों में से बीजेपी 41 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर रही है. वहीं कांग्रेस पार्टी को इस बार भी विपक्ष में बैठना पड़ सकता है. कांग्रेस को 25 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं आम आदमी पार्टी एक भी सीट जीतती नजर नहीं आ रही है. 2 सीटें अन्य के खाते में जा रही हैं.

टाइम्स नाऊ-ईटीजी सर्वे
टाइम्स नाऊ-ईटीजी ओपिनियन पोल में भी गुजरात में बीजेपी की सरकार एक बार फिर वापसी करती दिख रही है. टाइम्स नाउ नवभारत और ईटीजी रिसर्च की ओर से किए गए सर्वे में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी को 182 सदस्यीय विधानसभा में 125 से 130 सीटें मिल सकती हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में 77 सीटें जीतकर बीजेपी को कड़ी टक्कर देने वाली कांग्रेस को इस बार नुकसान हो सकता है. देश की सबसे पुरानी पार्टी को 29-33 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. वहीं, पहली बार गुजरात में सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही 'आप' 20-24 सीटों पर कब्जा कर सकती है. अन्य के खाते में 1-3 सीटें जा सकती हैं.