logo

संसद: Amit Shah ने दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को लिखा पत्र, बोले- सरकार Manipur पर चर्चा करने के लिए तैयार

 
संसद: Amit Shah ने दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को लिखा पत्र, बोले- सरकार Manipur पर चर्चा करने के लिए तैयार

Mhara Hariyana News, New Delhi
संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही के दौरान विपक्ष जोरदार हंगामा कर रहा है। लगातार हंगामे की वजह से राज्यसभा से आप सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र से बर्खास्त कर दिया। लेकिन इसके बाद भी विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है। विपक्ष की मांग है कि सरकार Manipur हिंसा पर सदन में चर्चा करे और पीएम मोदी भी सदन में Manipur पर बयान दें। 
वहीं इस पर अब केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah का बयान आया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि Loksabha और राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं को लिखा है कि सरकार Manipur मुद्दे पर जब तक चाहें तब तक चर्चा के लिए तैयार है।

सरकार Manipur मुद्दे पर चर्चा को तैयार
हाल ही में चार मई की घटना का एक Video सामने आने के बाद विपक्ष ने Manipur हिंसा पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है, Video में दो महिलाओं को भीड़ ने निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया था। Amit Shah Loksabha में बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक पर जवाब दे रहे थे तभी उन्होंने कहा कि सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है, और वह Manipur मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।

शाह बोले- विपक्ष को दलितों में और न ही महिला कल्याण में कोई दिलचस्पी नहीं है
जब Amit Shah बोल रहे थे तो विपक्ष के नेता खूब जोर-जोर से नारे लगा रहे थे, तभी उन्होंने कहा कि जो लोग नारे लगा रहे हैं, उन्हें न तो सहयोग में, न ही सहकारी समितियों में, न ही दलितों में और न ही महिला कल्याण में कोई दिलचस्पी है। आगे कहा कि मैं दोहराना चाहता हूं कि मैंने दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को पत्र लिखा है कि सरकार जब तक चाहें चर्चा के लिए तैयार है। 

Loksabha ने बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक किया पारित
आगे केंद्रीय मंत्री Amit Shah ने कहा कि सरकार किसी चीज से नहीं डरती है। जो लोग Manipur मुद्दे पर बहस करना चाहते हैं वे बहस कर सकते हैं। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। इसके बाद Loksabha में बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक को शोर-शराबे के बीच ध्वनिमत से पारित कर दिया। बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य सहकारी समितियों को पारदर्शी बनाकर और नियमित की प्रणाली शुरू करके उन्हें मजबूत करना है।