सीईटी पास 2.30 लाख युवा नौकरी की दौड़ से बाहर, 31529 पदों पर 1.26 लाख अभ्यर्थियों की होगी स्क्रीनिंग

Mhara Hariyana News,Chandigarh
हरियाणा में सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) पास 2 लाख 30 हजार 884 युवाओं को झटका लगा है। हरियाणा सरकार की ओर से 31 हजार 529 पदों के लिए 1 लाख 26 हजार 116 अभ्यर्थियों को ही स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए आमंत्रित किया गया है। सरकार के इस फैसले पर राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने ऐतराज जताया है। उन्होंने बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार के इस फैसले को युवा विरोधी बताया है।
3.57 लाख युवा पास है सीईटी
सुरजेवाला ने कहा है कि भाजपा सरकार ने एचएसएससी के माध्यम से ग्रुप सी के लिए 31,529 पदों का विज्ञापन निकाला है, जिसके लिए सीईटी पास अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। प्रदेश में सीईटी पास अभ्यर्थियों की संख्या 3.57 लाख है, लेकिन कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 31,529 पदों के केवल 1,26,116 अभ्यर्थियों को ही स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए आमंत्रित किया है।
सामाजिक आर्थिक आधार पर अंक लाभ का प्रावधान बंद किया
गठबंधन सरकार ने प्रदेश की नौकरियों में केवल हरियाणा के युवाओं को सामाजिक आर्थिक आधार पर अंक लाभ का प्रावधान बंद कर दिया है, जो अन्य कई प्रदेशों में लागू है। सरकार का यह फैसला सीधा प्रदेश के युवाओं के हितों पर कुठाराघात है।
प्रदेश में पिछले 8 सालों में विद्यालय परीक्षाओं से लेकर एचपीएससी और एचएसएसी परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। प्रदेश अब पेपर लीक का हब बन चुका है।
बेरोजगारी से नशे की तरफ बढ़ रहा युवा
भाजपा-जजपा को युवाओं के भविष्य व हितों से कोई सरोकार नहीं है। जिस प्रदेश में युवा रोजगार के लिए भटक रहा हो, बेरोजगारी से तंग आकर आत्महत्या या नशे की ओर बढ़ रहा हो, ऐसी सरकार के मुखिया हुक्मरानों को नींद कैसे आ सकती है!
सुरजेवाला ने रखीं सरकार से 3 मांगे
रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार से तीन मांगे रखी हैं। पहली एचएसएससी की ओर से सीईटी पास सभी अभ्यर्थियों को स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए बुलाया जाए, और उसी आधार पर मेरिट से चयन हो।
दूसरी केवल हरियाणा के युवाओं को सामाजिक आर्थिक आधार पर अंक लाभ देने का फैसला वापस लागू हो और तीसरी सरकार खाली पद भरने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करे ताकि हरियाणा का युवा रोजगार के लिए विदेशों की तरफ भाग दर-दर की ठोकरें ना खाए।