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'द केरला स्टोरी के निर्माता को फांसी दी जाए..., NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड की मांग

 
'द केरला स्टोरी के निर्माता को फांसी दी जाए..., NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड की मांग 
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Mhara Hariyana News, New Delhi

Film The Kerala Story (द केरला Story) पर सियासी घमासान जारी है। जहां BJP शासित राज्य Film को टैक्स फ्री कर रहे हैं, तो वहीं पश्चिम Bangal की ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में Film को बैन कर दिया है। इसी बीच शरद पवार की पार्टी NCP के नेता ने Film को केरल को बदनाम करने वाला बताते हुए The Kerala Story के निर्माता को फांसी देने की मांग की है। 
NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा, ''केरल फाइल के नाम पर एक राज्य को बदनाम किया गया और वहां की महिलाओं को भी बदनाम किया गया। आधिकारिक आंकड़ा जो सामने आ रहा है वह 3 का है। 
तीन को 32000 के रूप में पेश किया गया। इस Film का निर्माता कोई भी हो, उसे सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।''

दरअसल, पिछले हफ्ते द केरला Story Film Release हुई थी। द केरल Story का निर्देशन सुदीप्तो सेन ने किया है, जबकि निर्माता विपुल अमृतलाल शाह हैं। Film में उन लड़कियों की कहानी है जो नर्स बनना चाहती थीं।
 लेकिन ISIS की आतंकी बन गई। Film में धर्म परिवर्तन का मुद्दा उठाया गया है। Film के ट्रेलर में ये दावा किया गया था कि केरल की 32 हजार लड़कियां ऐसी घटना की शिकार हो चुकी हैं।

इस Film को लेकर विवाद भी हो रहा है। कुछ लोग Film को बैन करने की मांग भी कर रहे हैं। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी। कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया था। साथ ही हाईकोर्ट ने भी Film पर बैन लगाने से इनकार कर दिया था। हालांकि, हाईकोर्ट ने Film निर्माता को 32000 लड़कियों के धर्म परिवर्तन के आंकड़े को हटाने का आदेश दिया था। 

Film को लेकर सियासी घमासान भी शुरू
द केरला Story को लेकर सियासी घमासान जारी है। पश्चिम Bangal में ममता सरकार ने Film पर रोक लगाते हुए BJP पर निशाना साधा। ममता ने कहा, ये लोग केरल और उसके लोगों की मानहानि कर रहे हैं। 
ये रोज Bangal के मान को भी हानि पहुंचाते हैं। क्यों BJP सामुदायिक दिक्कतें पैदा कर रही है? ये सब करना क्या किसी राजनीतिक पार्टी का काम है? उन्हें ये करना का हक किसने दिया?

ममता बनर्जी ने BJP पर बड़ा इल्जाम लगाते हुए कहा कि BJP की सरकार मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली Bangal फाइल्स बनाने के लिए Filmकारों को पैसे दे रही है। उन्होंने इल्जाम लगाते हुए कहा है कि BJP, 'द केरला Story' नाम की Film दिखा रही हैं, जिसकी कहानी मनगढ़ंत है। कुछ दिनों पहले इनके भेजे एक्टर्स Bangal आए थे और वो मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली Film Bangal फाइल्स की तैयारी कर रहे हैं। 

Film के समर्थन में आए BJP शासित राज्य 
पिछले दिनों पीएम मोदी ने कर्नाटक में एक सभा में Film 'द केरला Story' का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा था। इसके बाद BJP शासित राज्य Film के समर्थन में आ गए। एमपी और यूपी में Film को टैक्स फ्री कर दिया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ 12 मई को लोकभवन में अपनी कैबिनेट के साथ The kerala Story Film देखेंगे। 

वहीं यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा- बहुत दुखद है Bangal में बैन किया गया है, सबको देखना चाहिए। हम टैक्स फ्री कर रहे हैं। पश्चिम Bangal तुष्टिकरण की राजनीति ना करे। 
इससे पहले मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 6 मई को कहा था कि द केरला Story आतंकवाद की भयावह सच्चाई को उजागर करने वाली Film है। इसे मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री किया जा रहा है। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज 'द केरला Story' देख सकते हैं। द केरला Story का प्रीमियर देहरादून के पीवीआर हाथीबड़कला में किया जा रहा है।

एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- मैंने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ जी को द केरला Story की टिकट भेजी है, लेकिन अब तक उन्होंने इसे नहीं देखा है और शायद देखेंगे भी नहीं। मैंने उन्हें टिकट इसलिए भेजी ताकि उनका दृष्टिकोण बदले लेकिन इनको तो जाकिर नायक में इन्हें शांतिदूत दिखता है और बटला हाउस एनकाउंटर पर इनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बिहार में इस Film को ट्रैक्स फ्री करने की मांग की है। उन्होंने लिखा- ‘The Kerala Story’ को यूपी की तर्ज पर बिहार में भी टैक्स फ्री किया जाना चाहिए। इसके अलावा महाराष्ट्र और दिल्ली के अलावा BJP शासित राज्यों में भी इस Film को ट्रैक्स फ्री करने की मांग उठ रही है।

क्या है Film की कहानी? 
'द केरला Story' तीन लड़कियों शालिनी, नीमा और गीतांजलि की कहानी कहती है, जो नर्स बनने के लिए अपने घर से दूर एक कॉलेज जाती हैं। यहां उनकी मुलाकात आसिफा से होती है जो फंडामेंटलिस्ट है। धीरे-धीरे सामने आता है कि आसिफा ISIS के लिए लड़कियों को रिक्रूट करने का काम भी करती है।

वो अपने साथियों की मदद से तीनों को धर्म बदलने के लिए उकसाने लगती है। तीनों लड़कियों में से शालिनी सबसे पहले आसिफा से प्रभावित होती है। उसे आसिफा के एक दोस्त से प्यार भी हो जाता है और आगे की कहानी इस तरफ घूमती है कि दोनों धर्म बदलकर शादी करने को तैयार हो जाते हैं।