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आजम खां के कई ठिकानों पर आईटी की छापेमारी, एमपी में भी सपा नेता पर छापा

 
आजम खां के कई ठिकानों पर आईटी की छापेमारी, एमपी में भी सपा नेता पर छापा

Mhara Hariyana News, Lucknow : पूर्व मंत्री एवं सपा के वरिष्ठ नेता Azam Khan के ठिकानों पर Income tax department ने बुधवार सुबह छापा मारा। Income tax department की टीम द्वारा रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, सीतापुर और लखनऊ में सुबह से Azam Khan के जौहर ट्रस्ट में अंजाम दी गई गड़बड़ियों के सुराग तलाशे जा रहे हैं। सीतापुर में आजम के करीबी रीजेंसी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक के यहां Income tax department की टीम ने छापा मारा है। 
दो गाड़ियों से आए Income tax department के अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं। रामपुर में सपा विधायक नसीर खां के घर पर आयकर की छापेमारी की गई। आजम के हमसफर रिसॉर्ट पर भी Income tax department के अफसरों ने छापेमारी की है। इसी तरह मध्य प्रदेश के विदिशा में भी Income tax department की टीम ने बड़ा बाजार क्षेत्र में रहने वाले समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रहे स्वर्गीय चौधरी मुनव्वर सलीम के निवास पर छापेमारी की।

बता दें कि छह माह पूर्व Income tax department ने पूर्व मंत्री आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के आयकर हलफनामे की फिर से जांच शुरू की थी। दरअसल, Azam Khan और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल किए गए आयकर हलफनामे में कई गड़बड़ियां मिली थी। 

वहीं, तंजीन फातिमा के बैंक खातों में भी तमाम गड़बड़ियां जांच में सामने आई थीं और इन खातों में तमाम संदिग्ध लेन-देन का पता चला था साथ ही जौहर ट्रस्ट से हुए तमाम संदिग्ध लेन-देन का भी पता चला था। बताते चलें कि Income tax department और ईडी करीब तीन साल से आजम खान और उनके परिजनों और जौहर ट्रस्ट की गहनता से पड़ताल कर रही है।

वर्ष 2019 में हुए थे जांच के आदेश
तत्कालीन सांसद Azam Khan पर बेनामी संपत्ति और टैक्स में अनियमितता का आरोप वर्तमान विधायक भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने वर्ष 2019 में लगाया था। उन्होंने इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में शिकायत कर दस्तावेज सौंपे थे। पूरे मामले को देखते हुए केंद्रीय मंत्रालय ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को जांच के आदेश दे दिए थे।
 
आरोप था कि सांसद Azam Khan ने 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद 560 एकड़ भूमि में जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरु करवाया। इसमें नियमों और कानून को ताख पर रखकर सरकारी धन का दुरुपयोग और जमीनों पर कब्जा करने की बात कही थी। इसके अलावा गरीब किसानों एवं अनुसूचित जाति के लोगों की जमीनों को जबरन अपने नाम करवा कर उस पर भवन निर्माण कराने का आरोप था।

 Azam Khan पर ठेकेदारों, उद्योगपतियों से करोड़ों रुपये चंदे के रूप में लेकर काले धन को सफेद करने की भी कोशिश का भी आरोप था। शिकायत में यह भी कहा गया है कि जौहर विश्वविद्यालय में स्थित भवन निर्माण के अंतर्गत किसी भी तरीके का कोई सेस एवं कोई टैक्स नहीं जमा किया गया है।